हिंदुओं पर ज्ञान दे रहे थे सीताराम येचुरी, रामदेव बाबा ने जमकर धोया, कविराज और सरदाना भी पीछे नहीं

“बतौर प्रचारक, आप इनकी बात करते हो, लेकिन फिर दावा भी करते हैं कि हिंदू हिंसक नहीं होते? तो फिर इस बात के पीछे क्या तर्क है कि एक धर्म हिंसा करता है और हम हिंदू नहीं करते!”

New Delhi, May 04 : सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने शुक्रवार को एक नए विवाद को जन्‍म दे दिया । चुनावी बयार में सीताराम येचुरी हिंदू धर्म को लेकर एक बड़ा बयान दे गए है । जाहिर है धर्म के नाम पर की जाने वाली राजनीति किसी भी देश के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है । सीताराम येचुरी जैसे वरिष्‍ठ नेता ने जानते-बूझते ऐसा बयान दे दिया । येचुरी अपने बयान को लेकर जमकर घेर जा रहे हैं । राजनीति से लेकर सामाजिक मंच पर काम करने वाले लोग, मीडिया से भी उन्‍हें ट्रोल किया जा रहा है ।

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सीताराम येचुरी का बयान
न्‍यूज एजेंसी एएनआई के मुातबिक शुक्रवार को सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने बयान दिया , उन्‍होने हिंदू धर्म ग्रंथों का हवाला देते हुए कहा कि हिंदू धर्म भी हिंसक है । उन्‍होने कहा –  “रामायण और महाभारत भी हिंसा और युद्धों से भरी पड़ी हैं… बतौर प्रचारक, आप इनकी बात करते हो, लेकिन फिर दावा भी करते हैं कि हिंदू हिंसक नहीं होते? तो फिर इस बात के पीछे क्या तर्क है कि एक धर्म हिंसा करता है और हम हिंदू नहीं करते!”

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कविराज के शब्‍दबाण
सीताराम येचुरी के ऐसे बयान कैसे हजम होते, जवाब में कविराज कुमार विश्वास ने ट्विटर पर उन्‍हें कुपढ़ लिखते हुए करारा ट्वीट किया । विश्‍वास ने लिखा – “अपनी वैचारिकी की तरह,हे प्रचुर-कुपढ येचुरी जी, 23 मई के बाद अपने पराजय-कुल के अन्य रुदाली-साथियों के साथ जब रो-पीट कर निबट लें तो मेरे पास पधारें, रामकथा सुनने। पुण्य नहीं तो कम से कम दृष्टि का पूर्वाग्रह-शापित मोतियाबिंद तो दूर होगा ! कभी यही शंका किसी और धर्म के ग्रंथ पर की?”

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बाबा रामदेव ने भी धोया
दुनिया में योग धर्म का पाठ पढ़ाने-सिखाने वाले बाबा रामदेव ने भी सीताराम येचुरी को उनके बयान पर जमकर आड़े हाथों लिया । बाबा रामदेव आज हरिद्वार में पीसी भी कर रहे है, जिसमें येचुरी के हिंदू धर्म पर दिए बयान पर विरोध जताया जा रहा है । बाबा रामदेव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी । उन्‍होने लिखा – कम्युनिस्टों,ईसाइयों व मुगलों ने अपने राज्य विस्तार के लिए न्याय व कानून के नाम पर 50  करोड़ निर्दोष लोगों का कत्ल किया, क्या #sitaramyechury इसको अत्याचार व हिंसा कहने का साहस कर पाएंगे?

रोहित सरदाना का जवाब
वहीं टीवी एंकर रोहित सरदाना ने भी सीताराम येचुरी के बयान पर चुटकी ली और उन्‍हें एक तरह से मौकापरस्‍त बताते हुए ट्वीट किया – सरदाना ने लिखा – रामायण-महाभारत को वैसे पौराणिक कथा-कहानी की किताब कहेंगे. लेकिन हिंदू को हिंसक कहना हो तो उसी का सहारा ले लेंगे? पहले तय तो कर लीजिए रामायण-महाभारत को हिंदुओं का इतिहास मानना है या कथा-कहानी?