मोदी-शाह को हर मुद्दे पर घेरने वाले शत्रुघ्न सिन्हा को आई बीजेपी की याद, कही ये बात

पटना साहिब सीट से टिकट कटने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने बिना देर किये कांग्रेस की सदस्यता ली, कांग्रेस ने उन्हें पटना साहिब सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया।

New Delhi, May 26 : कांग्रेस के स्टार प्रचारक और बॉलीवुड एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत पर पीएम मोदी और अमित शाह को बधाई दी है, इसके साथ ही शॉटगन ने अपने खिलाफ लड़े और जीते रविशंकर प्रसाद को अपना पारिवारिक मित्र बताते हुए शुभकामनाएं दी है, आपको बता दें कि शॉटगन ने करीब 28 साल बीजेपी के साथ राजनीति की, हालांकि 2014 के बाद मोदी-शाह के हावी हो जाने के बाद बगावती तेवर अपना लिये, 2019 में टिकट काटे जाने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गये और पटना साहिब से लड़े, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

Advertisement

शत्रुघ्न का ट्वीट
शत्रुघ्न सिन्हा ने चुनाव परिणाम के बाद ट्वीट कर लिखा, आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मास्टर रणनीतिकार अमित शाह और विशेष रुप से हमारे पारिवारिक मित्र रविशंकर प्रसाद को जीत की बहुत-बहुत बधाई, ये उस पार्टी में जश्न का वक्त है, जो हाल तक मेरी भी थी, मैं सभी को दिल से सलाम करता हूं।

Advertisement

बीजेपी से बगावत
आपको बता दें कि 2014 में मोदी सरकार में जगह ना मिलने के बाद से भी शत्रुघ्न सिन्हा नाराज बताये जा रहे थे, शुरुआत में तो उन्होने मोदी-शाह के खिलाफ बयानबाजी की, फिर सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े करने लगे, धीरे-धीरे शॉटगन विरोधी पार्टियों के मंच पर भी दिखने लगे, जिसके बाद मोदी-शाह ने उन्हें पार्टी से बाहर नहीं निकाला, लेकिन किनारे जरुर कर दिया।

Advertisement

कांग्रेस में शामिल
पटना साहिब सीट से टिकट कटने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने बिना देर किये कांग्रेस की सदस्यता ली, कांग्रेस ने उन्हें पटना साहिब सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया, हालांकि इस बार बिहार में भयंकर मोदी लहर दिखी, 40 में से 39 सीटों पर एनडीए के उम्मीदवार जीते, सिर्फ एक सीट किशनगंज कांग्रेस के हिस्से में आई, तो लालू की पार्टी का खाता भी नहीं खुला।

पत्नी भी हार गई चुनाव
आपको बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा समाजवादी पार्टी के टिकट पर लखनऊ सीट से राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रही थी, हालांकि उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा, इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सबसे ज्यादा 303 सीटें मिली, इसके बाद कांग्रेस के हिस्से में 52 सीटें आई।