कर्नाटक:सत्तारूढ़ कांग्रेस–JDS में भारी असंतोष की खबर, कई विधायकों के BJP से संपर्क की खबरें तेज
पार्टी में मतभेद और टूटफूट की आशंकाओं के बीच कांग्रेस ने 29 मई शाम 6 बजे राजधानी बेंगलुरु में अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है ।
New Delhi, May 27 : केन्द्र में बहुमत की सरकार आने के बाद कर्नाटक से फिर सरकार में संकट की खबरें तेज हैं । खबर आ रही है कि कांग्रेस अपने ही विधायकों को बचाने में जुटी हुई है, कई विधायकों के BJP से संपर्क होने की खबरें भी तेज हैं । सत्तारूढ़ गठबंधन की नींदे इन दिनों उड़ी हुई हैं । इस बीच कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में करारी हार और पार्टी में बढ़ते असंतोष के बीच विधायक दल की बैठक बुलाई है ।
कर्नाटक का संकट
लोकसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद कर्नाटक में मोजूदा सरकार का सिंहासन हिलनेलगा है । खबरें तेज हैं कि राज्य में कई विधायक भारतीय जनता दल के संपर्क में हैं । पार्टी में मतभेद और टूटफूट की आशंकाओं के बीच कांग्रेस ने 29 मई शाम 6 बजे राजधानी बेंगलुरु में अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है । कांग्रेस का ये कदम एक बार फिर से रिसॉर्ट पॉलिटिक्स की संभावनाएं बना रहा है ।
गठबंधन के बीच गहरा असंतोष
कांग्रेस विधायक दल की बैठक की खबर ऐसे समय में आ रही है जब पार्टी में अंदरूनी तौर पर असंतोष छाया हुआ है । ऐसी खबरें आ रही हैं कि पार्टी विधायक रमेश जारकिहोली कुछ समय से बीजेपी के कुछ ज्यादा ही नजदीक होते जा रहे हैं । इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव के बाद तो कुछ विधायकों ने इस्तीफा देने की भी धमकी दी है । वहीं बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों के हवाले से भी खबर है कि जेडीएस और कांग्रेस के कई विधायक उनके संपर्क में हैं ।
सिद्धारमैया ने बुलाई बैठक
कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने विधानपरिषद, लोकसभा और राज्य सभा के सदस्यों और पार्टी विधायकों को एक पत्र लिखा है जिसमें वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा करने के लिए बैठक की बात कही गई है । पत्र में सख्त निर्देश हैं – ‘‘सभी विधायकों को बैठक में जरूर उपस्थित रहना चाहिए और बहुमूल्य सुझाव देना चाहिए।’’
कर्नाटक में मिली है करारी हार
पत्र के अनुसार इस बैठक में उपमुख्यमंत्री जी परमेशवर और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव भी मौजूद रहेंगे । आपको बताते चलें कर्नाटक में पार्टी के अबतक का सबसे खराब प्रदर्शन किया है । कांग्रेस ने यहां एक ही लोकसभा सीट पर जीत हासिल की है, जबकि 20 सीटों पर मुंह की खाई है । गठबंधन दल जेडीएस को ये सीट मिली है । जबकि कांग्रेस के दिग्गज पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, वीरप्पा मोइली और के एच मुनियप्पा समेत गठबंधन के कई बड़े नेता हार गए ।