लोकसभा चुनाव में बिहार में जीते इकलौते महागठबंधन प्रत्याशी ने दिया इस्तीफा, चढा सियासी पारा
2015 बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू, राजद और कांग्रेस महागठबंधन बनाकर चुनाव लड़ रही थी, तब डॉ. आजाद को कांग्रेस ने किशनगंज सीट से उतारा था।
New Delhi, May 31 : लोकसभा चुनाव में बिहार में महागठबंधन को सिर्फ 1 सीट मिली, विजयी प्रत्याशी मोहम्मद जावेद आजाद ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया, जी हां, आपको बता दें कि डॉ. मोहम्मद जावेद आजाद पहले किशनगंज विधानसभा से विधायक थे, अब वो सांसद बन चुके हैं, तो उन्होने अपना इस्तीफा राजधानी पटना जाकर विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी को सौंप दी है।
किशनगंज से विधायक
आपको बता दें कि 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू, राजद और कांग्रेस महागठबंधन बनाकर चुनाव लड़ रही थी, तब डॉ. आजाद को कांग्रेस ने किशनगंज सीट से उतारा था और वो जीतने में भी सफल रहे, हालांकि बाद में नाटकीय तरीके से नीतीश महागठबंधन छोड़ एनडीए के पाले में आ गये और बिहार में एनडी की सरकार बन गई।
40 में सिर्फ 1 सीट
इस बार लोकसभा चुनाव में बिहार में मोदी-नीतीश और पासवान की सुनामी देखने को मिली, 40 में से 39 सीटों पर एनडीए ने कब्जा जमाया, सिर्फ एक सीट किशनगंज ही बच सका, मोहम्मद जावेद आजाद ने जदयू उम्मीदवार को करीब 34 हजार वोटों से शिकस्त दिया है, उनके जीत की इलाके में भी खूब चर्चा हो रही है।
अगले साल विधानसभा चुनाव
आपको बता दें कि अगले साल सितंबर-अक्टूबर में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, उससे पहले नीतीश कुमार की पार्टी ने मोदी सरकार में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है, जिसे लेकर तरह-तरह की बातें की जा रही है, नीतीश ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले कहा कि उन्हें सिर्फ 1 मंत्री पद दिया जा रहा था, ये प्रतीकात्मक था, तो हमने कहा कि इसकी भी जरुरत नहीं है, और इसे लेकर कोई असंतुष्टी या नाराजगी का भाव नहीं है, हम एनडीए के साथ बने हुए हैं।