नीतीश और बीजेपी की सुलह कराने की कोशिश कर रहे पासवान, दावा आज लगेगा एनडीए नेताओं का जमावड़ा
मोदी सरकार में सांकेतिक भागीदारी की बात ने नाखुश जदयू के किसी भी नेता ने रविवार को आयोजित बीजेपी की इफ्तार पार्टी में शिरकत नहीं की।
New Delhi, Jun 03 : बिहार की राजधानी पटना में लोजपा इफ्तार पार्टी का आयोजन कर रही है, कहा जा रहा है कि राम विलास पासवान इस इफ्तार के जरिये एनडीए में चल रहे खटास को दूर करने की कोशिश करेंगे। लोजपा सूत्रों का दावा है कि इस इफ्तार पार्टी में सीएम नीतीश कुमार और बीजेपी के भी कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे, आपको बता दें कि नीतीश ने मोदी सरकार में सिर्फ एक मंत्री पद दिये जाने के ऑफर को ठुकरा दिया था, इसके बाद से दोनों के बीच मनमुटाव की खबरें आ रही है।
एनडीए के सभी बड़े नेताओं को न्योता
मालूम हो कि रविवार को लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार और प्रदेश के गवर्नर लालजी टंडन से मुलाकात कर उन्हें आमंत्रण दिया, वहीं रामविलास पासवान ने एनडीए के सभी बड़े नेताओं को आमंत्रण दिया है, कहा जा रहा है कि बीजेपी और जदयू के बीच चल रहे मनमुटाव को दूर करने की कोशिश होगी।
मोदी कैबिनेट में सांकेतिक भागीदारी से नाखुश
आपको बता दें कि मोदी सरकार में सांकेतिक भागीदारी की बात ने नाखुश जदयू के किसी भी नेता ने रविवार को आयोजित बीजेपी की इफ्तार पार्टी में शिरकत नहीं की, तो जदयू द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भी बीजेपी के कोई बड़े नेता नहीं दिखे, दूसरी ओर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी नीतीश के साथ नजर आये, जिसके बाद अटकलों और कयासों का दौर शुरु हो गया।
इफ्तार का राजनीतिक मतलब ना निकालें
बीजेपी और जदयू दोनों एक दूसरे को तेवर तो दिखा रहे हैं, लेकिन जुबां से कुछ भी नहीं कह रहे, डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इफ्तार का कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकालना चाहिये, ये मूलरुप से एक धार्मिक आयोजन है, राजद-बीजेपी और जदयू की ओर से एक साथ आयोजन होने की वजह से असुविधा हुई है, सोमवार को लोजपा के इफ्तार पार्टी में सभी एनडीए नेता शामिल होंगे।
राजनीतिक मूव्स के लिये जाने जाते हैं नीतीश
आपको बता दें कि नीतीश इन दिनों बीजेपी के साथ सहज नहीं दिख रहे हैं, वो अपने राजनीतिक मूव्स के लिये भी जाने जाते हैं, इसलिये कयासों और अटकलों का दौर शुरु हो चुका है कि क्या सुशासन बाबू फिर से एक बार पलटी मारेंगे, या फिर एनडीए का हिस्सा बना रहेंगे, अगले कुछ दिनों में ये साफ हो जाएगा।