कभी भी टूट सकता है सपा-बसपा का गठजोड़, मायावती ने अखिलेश की पत्नी डिंपल को लेकर कही बड़ी बात

बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को दिल्ली में चुनावी परिणाम की समीक्षा की, लोकसभा चुनाव में बसपा को यूपी में संतोषजनक सीटें नहीं मिली।

New Delhi, Jun 03 : लोकसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक परिणाम ना मिलने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ा बयान दिया है, जिससे यूपी का सियासी पारा चढ गया है, दरअसल चुनाव नतीजों की समीक्षा करते हुए मायावती ने कहा कि गठबंधन से चुनाव में अपेक्षित परिणाम नहीं मिले, दावा ये भी किया जा रहा है कि यादव वोट बसपा उम्मीदवारों को ट्रांसफर नहीं हुए, इतना ही नहीं मायावती ने तो यहां तक कह दिया, कि अखिलेश यादव तो अपनी पत्नी और भाई तक को चुनाव नहीं जीता सके, मायावती के इस रुख के बाद सपा-बसपा गठबंधन टूट की कगार पर पहुंचता दिख रहा है।

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हार की समीक्षा
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को दिल्ली में चुनावी परिणाम की समीक्षा की, लोकसभा चुनाव में बसपा को यूपी में संतोषजनक सीटें नहीं मिली, साथ ही दूसरे प्रदेशों में भी करारी हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद मायावती ने अखिल भारतीय स्तर पर बैठक बुलाई, अब बसपा सुप्रीमो ने कहा है कि पार्टी सभी विधानसभा उपचुनाव लड़ेगी, अब 50 फीसदी वोट का लक्ष्य लेकर राजनीति करनी है, साथ ही मायावती ने ईवीएम में धांधली का भी आरोप लगाया।

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ईवीएम में धांधली
इस मीटिंग से पहले श्रावस्ती ने नवनिर्वाचित बसपा सांसद ने ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया, कहा कि लंबे पैमाने पर घोटाला हुआ है, हम लोग तो पहले से मांग कर रहे हैं कि बैलेट पेपर से चुनाव होना चाहिये, जिसे ना चुनाव आयोग मान रहा है, और ना ही सरकार मान रही है, अगर बैलेट पेपर से चुनाव हो, तो बीजेपी हार जाएगी, बहन जी का जो भी दिशा-निर्देश होगा, हम उसका पालन करेंगे।

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6 राज्यों के प्रभारियों की छुट्टी
आपको बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने कड़ा एक्शन लेते हुए 6 राज्यों के प्रभारियों को या तो पद से हटा दिया है, या उनका राज्य बदल दिया है, इसके साथ ही दो प्रदेश अध्यक्षों पर भी गाज गिरी है, उन्हें भी पद से हटा दिया गया है। अब माना जा रहा है कि गठबंधन पर भी समीक्षा की जाएगी, क्योंकि मायावती के मुताबिक गठबंधन से उनकी पार्टी को खास फायदा नहीं मिला।

बसपा को 10 सीटें
लोकसभा चुनाव में बसपा ने सपा और रालोद के साथ गठबंधन किया था, हालांकि इसके बावजूद पार्टी सिर्फ 10 सीटें जीतने में सफल रही, दूसरी ओर समाजवादी पार्टी को 05 और रालोद का तो खाता भी नहीं खुला, इसके बावजूद मायावती चुनाव नतीजों से नाराज हैं, कहा जा रहा है कि आने वाले चुनाव में बसपा अकेले ही मैदान में उतरेगी।