ममता संग प्रशांत किशोर को लेकर कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान, अमित शाह को लेकर कह दी बड़ी बात
तृणमूल कांग्रेस और प्रशांत किशोर दोनों ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है, सूत्रों का दावा है कि प्रशांत किशोर अगले महीने जुलाई से बंगाल में काम शुरु कर सकते हैं।
New Delhi, Jun 09 : चर्चित राजनीतिक रणनीतिकार और जदयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर 2021में बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी चीफ ममता बनर्जी के लिये काम करेंगे, इस पर बीजेपी महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने तंज कसते हुए कहा है कि प्रशांत जिस कॉलेज के स्टूडेंट हैं, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह वहां के प्रिंसिपल हैं, इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा कि बंगाल के लोगों को अब सीएम ममता बनर्जी पर भरोसा नहीं रहा, इसे कोई चुनावी रणनीतिकार नहीं बदल सकता।
ममता के लिये रणनीति बनाएंगे पीके
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक प्रशांत किशोर ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी, बताया जा रहा है कि 2021 बंगाल विधानसभा चुनाव के लिये प्रशांत किशोर रणनीति बनाएंगे, हालांकि पिछले साल सितंबर में उन्होने जदयू ज्वाइन की थी, इसलिये तरह-तरह की बातें हो रही है।
ममता चाहें तो और रणनीतिकार रख लें
पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रभारी ने निशाना साधते हुए कहा कि हमें ये हरगिज नहीं भूलना चाहिये कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से बड़े रणनीतिकार प्रशांत किशोर नहीं हैं, हम पीके के बंगाल आने से बिल्कुल परेशान नहीं हैं, अगर ममता बनर्जी चाहे तो और रणनीतिकार रख ले।
नीतीश ने झाड़ा पल्ला
तृणमूल कांग्रेस और प्रशांत किशोर दोनों ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है, सूत्रों का दावा है कि प्रशांत किशोर अगले महीने जुलाई से बंगाल में काम शुरु कर सकते हैं, सबसे पहले पीके और उनकी टीम टीएमसी की गढ मानी जाने वाली सीटों पर हार के कारणों का पता लगाएगी, दूसरी ओर जदयू प्रमुख और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इस मामले में पल्ला झाड़ लिया है, उन्होने कहा कि इस संबंध में प्रशांत खुद ही जवाब देंगे, हमें उनके काम से वास्ता नहीं है।
बीजेपी बनाम टीएमसी की लड़ाई
आपको बता दें कि हाल में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी 42 में से 18 सीटें जीतने में सफल रही, बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट हाशिये पर पड़ी है, विधानसभा चुनाव में भी सीधी लड़ाई टीएमसी और बीजेपी के बीच होने की उम्मीद है, लोकसभा चुनाव परिणाम से बीजेपी उत्साहित है, पार्टी नेता अब दावा कर रहे हैं कि अगला लक्ष्य 2021 में टीएमसी को सत्ता से उखाड़ फेंकना है।