विश्वकप से बाहर होने पर रो पड़ा ये धाकड़ बल्लेबाज, बोर्ड पर लगाये गंभीर आरोप

बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद ने कहा कि अगर मैं अनफिट होता, तो शुरुआती दो मैच कैसे खेलता, फिजियो ने मुझसे कहा था कि यदि मैं थोड़ा आराम कर लेता हूं, तो ठीक हो जाऊंगा।

New Delhi, Jun 10 : अफगानिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद ने अपने देश के बोर्ड पर आईसीसी विश्वकप 2019 में टीम से बाहर रखने का आरोप लगाया है, उन्होने कहा कि वो पूरी तरह से फिट हैं, इसके बाद भी चोटिल बताते हुए उन्होने वापस बुला लिया गया, उन्होने स्पोर्टस्टार से बात करते हुए कहा कि मैं नेट्स में प्रैक्टिस कर रहा था, तभी टीम मैनेजर ने मुझे बुलाकर कहा, कि मैं अनफिट हूं, मुझे वापस घर जाना होगा, ऐसा लगता है कि उन्होने पहले से ही मेरे रिप्लेसमेंट (इकराम अली खिल) को बुला लिया था।

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बोर्ड ने किया खंडन
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने क्रिकेटर द्वारा लगाये गये आरोपों का खंडन किया है, शहजाद अफगानिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज हैं, वो टीम के लिये ओपनिंग करते हैं, हालांकि विश्वकप के पहले दो मुकाबलों में वो बुरी तरह नाकाम रहे थे, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीरो और श्रीलंका के खिलाफ सिर्फ सात रन बनाये थे।

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घुटने में चोट
शहजाद अफगानिस्तान की ओर से ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ खेले थे, बताया जा रहा है कि उन्हें पाक के खिलाफ वॉर्म अप मुकाबले में घुटने में चोट लगी थी, इस बारे में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की ओर से जारी बयान में कहा गया था, कि शहजाद की चोट बढ गई थी, इस वजह से उन्हें टूर्नामेंट छोड़ना पड़ा।

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शहजाद ने क्या कहा
मोहम्मद शहजाद ने कहा कि अगर मैं अनफिट होता, तो शुरुआती दो मैच कैसे खेलता, फिजियो ने मुझसे कहा था कि यदि मैं थोड़ा आराम कर लेता हूं, तो ठीक हो जाऊंगा, अब अचानक मुझे टूर्नामेंट से बाहर किया जा रहा है, मैंने अफगानिस्तान क्रिकेट के लिये इतना कुछ किया और मेरे साथ अब ऐसा बर्ताव किया जा रहा है।

कप्तान और मैनेजर का फैसला
विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि मैनेजर ने मुझसे कहा कि मैं अनफिट हूं, मैं अपने शॉट्स नहीं खेल पा रहा हूं, क्योंकि मेरा फुटवर्क काम नहीं कर रहा, लेकिन मेरे बल्लेबाजी की स्टाइल ही ऐसा है, मैं ज्यादा चलता नहीं और शॉट खेलता हूं, शहजाद ने दावा किया, कि इस बारे में मैंने कोच फिल सिमंस से भी बात की, वो नाराज थे, लेकिन इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं थी, ना वो इस फैसले में शामिल थे, कप्तान और मैनेजर ने उनसे बात किये बिना ये फैसला लिया है।