लिव-इन रिलेशनशिप में रहने से पहले जान लें ये 4 नुकसान, एक्‍सपर्ट्स की राय

भारतीय युवाओं में लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर क्रेज बढ़ता ही जा रहा है, सिंगल लड़का-लड़की साथ में मूव इन तो करते हैं लेकिन रिश्‍ता खत्‍म होने पर मूव ऑन करना मुश्किल हो जाता है ।

New Delhi, Jun 25 : लिव-इन रिलेशनशिप, पश्चिमी सभ्‍यता की तर्ज पर शादी से पहले साथ रहने का ये कल्‍चर भारत के लिए अब कोई नई बात नहीं । शहरों में, महानगरों में ऐसे कई जोड़े हैं जो साथ में रहते हैं और परिवार को भनक तक नहीं लगने देते । लेकिन ऐसे रिश्‍ते क्‍या कभी अपने मुकाम तक पहुंचते हैं, क्‍या इन रिश्‍तों के कोई मायने होते हैं । क्‍या रिश्‍ता रखने के बाद अलग होने वाली लड़की या लड़का भावनाओं पर काबू पाने में सफल रहते हैं । क्‍या हैं इस रिश्‍ते के वो 8 नुकसान जिन्‍हें हर लिव-इन की बात सोचने वाले कपल को जरूर जानना चाहिए । आगे आपको बताते हैं ।

Advertisement

शादी के बंधन से दूर एक नो बाउंडेशन रिलेशनशिप
लड़का या लड़की जब एक दूसरें को पसंद करते हैं और बिना शादी किए एक साथ रहने लगते हैंतो इस रिश्‍ते को लिव-इन रिलेशन‍शिप कहते हैं । यानी सारे बंधनों से दूर एक ऐसा रिश्‍ता जहां आप किसी बात के लिए जवाबदेह नहीं हो । वेस्‍टर्न कल्‍चर से प्रभावित आजकल के युवा शादी को बंधन मानते हैं तो वहीं लिव-इन रिलेशनशिप उनके लिए मॉर्डन कॉन्‍सेप्‍ट है । जिसमें उन्‍हें ना तो किसी की जिम्‍मेदारी उठानी है, ना तो परिवार की कोई चिंता और ना ही समाज का कोई दबाव । रिश्‍तों के जानकार इस रिश्‍ते को टाइम पास रिश्‍ता बताते हैं, जो कुछ समय तक च्विंगम की तरह मीठा और फिर फीका होने लगता है ।

Advertisement

नो फ्यूचर प्‍लानिंग
जब रिश्‍ते में कोई बंधन नहीं तो भविष्‍य के बारे में क्‍या सोचना । क्या आप भी ऐसे किसी रिश्‍ते में हैं जिसके भविष्‍य को लेकर आपकी कोई प्‍लानिंग नहीं है । जरा सोचिए अगर भविष्‍य ही नहीं है तो आप ऐसे रिश्‍ते में क्‍यों  हैं । उन रिश्‍तों के कोई मायने नहीं होते जो कमिटमेंट से दूर भागते हैं । ऐसे कपल्‍स पर हुई स्‍टडी बताती है कि ऐसे टाइम पास रिलेशनशिप में रहने वाले लोग इस्‍केप टेंडेंसी के शिकार हो जाते हैं । वो किसी भी परेशानी का मजबूती से सामना नहीं कर पाते । इन रिश्‍तों के टूटने के बाद दूसरे रिश्‍तों में भी उन्‍हें जिम्‍मेदारी से अच्‍छा भागना लगता है । ऐसे रिश्‍ते टेम्‍परेरी होते हैं इसलिए इनमें सीरियसनेस ना ही रखें ।

Advertisement

इमोशनल क्‍यों हो जाते हैं आप ?
अगर आप ऐसे किसी रिश्‍ते में हैं तो पहले से ही खुद को स्‍ट्रॉन्‍ग कर लें । किसी भी एक के इस रिश्‍ते से बाहर निकलने पर दूसरे को तकलीफ नहीं होनी चाहिए । अपनी भावनाओं को संभालकर रखें, साथी के आपको छोड़ने की सूरत में परेशान ना हो । ऐसे टाइम पास रिलेशन में एक दूसरे की पर्सनल बातों को भी शेयर ना करें । कही ऐसा ना हो ऐसी बाते आपके लिए भविष्‍य में टॉर्चर बन जाए । पार्टनर के साथ ऐसी तस्‍वीरें ना ले जिनका भविष्‍य में कोई बेजा इस्‍तेमाल ना हो । शारीरिक संबंधों के दौरान भी बहुत केयरफुल रहें ।

संबंधों के दौरान सुरक्षा हटी तो दुर्घटना घटी
सुरक्षा, इस बात का आपको ख्‍याल रखना होगा । बिना सेफ्टी शारीरिक संबंध बनाना आपकी पसंद है, इसलिए हाईजीन और सेफ्टी का पूरा ख्‍याल रखें । लिव-इन रिले शनशिप कोई खेल नहीं हे, आग से खेलने जैसा है ये बिना शादी का रिश्‍ता । थोड़ा भी इधर-उधर हुआ तो ये टाइम पास, मौज मस्‍ती आपके लिए मुसीबत बन सकता है । खास तौर पर लड़कियों के साथ ऐसे रिश्‍तों में कई धोखे हाते हैं ।