2015 विश्वकप जीतने वाले कप्तान की बड़ी भविष्यवाणी, ये धुरंधर टीम इंडिया को दिलाएगा वर्ल्डकप

माइकल क्लार्क ने कहा कि हर कप्तान चाहता है, कि उनके पास बुमराह जैसा गेंदबाज हो, जो जरुरत के समय विकेट दिलाये।

New Delhi, Jun 25 : पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क का मामना है कि टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह टीम को विश्वकप जीता सकते हैं, वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिये ये काम सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर कर सकते हैं, 2015 विश्वकप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान रहे माइकल क्लार्क ने एक एजेंसी को दिये इंटरव्यू में कहा, कि टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया टॉप थ्री में होगी, लेकिन इंग्लैंड टीम विश्वकप नहीं जीतेगा।

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बुमराह क्यों हैं खतरनाक
पूर्व कप्तान ने कहा कि बुमराह के पास सबकुछ है, वो फिट और स्वस्थ्य हैं, विश्वकप में टीम इंडिया की सफलता की कुंजी बुमराह हैं, आखिर जसप्रीत बुमराह क्यों खतरनाक हैं, इस सवाल पर क्लार्क ने कहा कि नई गेंद से वो स्विंग और सीम दोनों ले सकते हैं, बीच के ओवरों में जब गेंदबाज को ज्यादा मदद नहीं मिलती, तो वो अतिरिक्त रफ्तार से बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं, वो 150 की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं, उनके यॉर्कर शानदार होते हैं, साथ ही रिवर्स स्विंग कराने में भी जीनियस हैं।

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हर कप्तान चाहता है बुमराह जैसा बॉलर
माइकल क्लार्क ने कहा कि हर कप्तान चाहता है, कि उनके पास बुमराह जैसा गेंदबाज हो, जो जरुरत के समय विकेट दिलाये, वो गेंदबाजी की शुरुआत करते हैं, 35वां ओवर भी डाल सकते हैं और डेथ ओवर्स के तो वो महारथी हैं। इसके साथ ही माइकल क्लार्क ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की भी तारीफ की, उन्होने कहा कि उनकी कप्तानी अच्छी रही है, वो असाधारण क्रिकेट खेल रहे हैं।

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वॉर्नर असाधारण खिलाड़ी
क्लार्क ने कहा कि बुमराब को ऑस्ट्रेलिया खासकर डेविड वॉर्नर से चुनौती मिलेगी, जो 6 मैचों में 447 रन बना चुके हैं, क्लार्क के मुताबिक वॉर्नर से उन्हें इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद थी, क्योंकि वो असाधारण खिलाड़ी हैं, वो टीम के एक्स फैक्टर हैं, ऑस्ट्रेलियाई टीम अगर विश्वकप जीतती है, तो वॉर्नर के बल्ले से सबसे ज्यादा रन निकलेंगे।

वॉर्नर को ढलने में लगा वक्त
टीम इंडिया के खिलाफ धीमी बल्लेबाजी करने पर क्लार्क ने उनका बचाव किया, उन्होने कहा कि एकदिवसीय क्रिकेट टी-20 से अलग है, तो उन्हें वनडे फॉर्मेट में ढलने में थोड़ा समय लगा, वो पारी के शुरुआत में संभलकर बल्लेबाजी कर रहे थे, अब तक दो शतक जमा चुके हैं, जिससे पता चलता है, कि वो कितने शानदार बल्लेबाज हैं, उन्होने विश्वकप में चतुराई से बल्लेबाजी की है।