राज्यसभा में बहुमत के लिए BJP का जोड़-तोड़, ‘पीछे के दरवाजे’ से हो रहा है बड़ा खेल
भारतीय जनता पार्टी लोकसभा में बहुमत के साथ लौटी है लेकिन राज्यसभा में पार्टी का पलड़ा अभी मजबूत नहीं है । लिहाजा इसके लिए जमकर जोड़तोड़ जारी है ।
New Delhi, Jun 28 : राज्यसभा में बहुमत हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी इन दिनों जबरदस्त जोड़तोड़ में जुटी है । राजनीति के जानकारों की मानें तो बीजेपी इन दिनों ‘पीछे के दरवाजे’ का इस्तेमाल धड़ल्ले से कर रही है । पहले टीडीपी और अब इंडियन नेशनल लोक दल के सांसद को बीजेपी में शामिल करवाना बीजेपी के इसी बैकडोर पॉलिटिक्स का हिस्सा है । 4 नए सांसदों के साथ बीजेपी की संख्या सदन में सबसे ज़्यादा 75 और एनडीए की 110 पहुंच गई है ।
बहुमत से दूर है एनडीए
हालांकि इसके बाद भी एनडीए बहुमत से दूर है । केन्द्र सरकार इस सत्र में कई अटके हुए बिल को पास कराना चाहती है जिसके लिए राज्यसभा में बहुमत की आवश्यकता है । उसे उम्मीद है कि कुछ अन्य दल जो किसी गठबंधन में शामिल नहीं है, जैसे टीआरएस, बीजेडी और वायएसआर कांग्रेस उनकी मदद से तमाम अटके बिलों को पारित कराया जा सकेगा । पिछले 5 सालों में कई ऐसे बिल है जो विपक्ष ने अपने राज्यसभा में बहुमत के कारण पास नहीं होने दिए । बीजेपी इस बार पूरी कोशिश में है कि विपक्ष बिल पास करने में रोड़े ना अटका पाए ।
इनेलो के सांसद बीजेपी में शामिल
भाजपा ने इंडियन नेशनल लोक दल से राज्यसभा के इकलौते सांसद रामकुमार कश्यप को बुधवार को बीजेपी में शामिल करा लिया । उच्च सदन में बीजेपी की संख्या अब 75 पहुंच गई । इनेलो से पहले टीडीपी के चार सांसद भी बीजेपी में शामिल हो गए थे । बीजेपी के सहयोगी दलों को मिलाकर राज्यसभा में एनडीए 110 के आंकड़े तक पहुंच गया है । बीजेपी को सदन में टीआरएस के 6, बीजेडी के 5, वायएसआर के 2 और नगा पीपुल्स फ्रंट के एक सांसद के समर्थन का भरोसा है । इस संख्या को मिलाकर बीजेपी बहुमत में हैं ।
लटके हैं कई बिल
केन्द्र सरकार इस कार्यकाल में कई महत्वूपर्ण संशोधन और अटके बिलों को पास कराने की पुरजोर कोशिश में है । पिछले 5 साल में एनडीए बहुमत ना होने के कारण महत्वपूर्ण बिल राज्यसभा में पारित नहीं करवा पाई थी । ऐसे कई और मौके भी आए जब विपक्ष ने अपने संख्या बल के कारण एनडीए को झुकने पर मजबूर किया था । उसमें राष्ट्रपति के अभिभाषण में संशोधन तक शामिल है । जाहिर है बहुमत से सरकार में लौटी बीजेपी इस बार ऐसा नहीं होने देगी ।