दीदी के लिये प्रशांत किशोर ने तैयार किया खास प्लान, 5 लाख युवा कराएंगे बेड़ा पार

प्रशांत किशोर ने पश्चिम बंगाल की राजनीति को बदलने के लिये युवा अभियान की शुरुआत की है, जिसके तहत हर रोज 5 हजार लोगों को इस अभियान के तहत जोड़ा जा रहा है।

New Delhi, Jul 10 : लोकसभा चुनाव में जिस तरह से बीजेपी ने ममता बनर्जी के किले में सेंधमारी की, उसके बाद से टीएमसी सुप्रीमो विधानसभा चुनाव के लिये खास तैयारी कर रही हैं, इसके लिये उन्होने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से संपर्क किया था, हालांकि इसका अभी तक आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि पीके पश्चिम बंगाल में टीएमसी को फिर से सत्ता में लौटने के लिये पुख्ता रणनीति बना रहे हैं, इसी के मद्देनजर उन्होने पश्चिम बंगाल में 5 लाख युवाओं को राजनीति में लाने का लक्ष्य बनाया है, मालूम हो कि बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव है, टीएमसी पूरी ताकत झोंक रही है, कि बीजेपी को बंगाल में जगह ना बनाने दिया जाए।

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पीके ने शुरु किया अभियान
प्रशांत किशोर ने पश्चिम बंगाल की राजनीति को बदलने के लिये युवा अभियान की शुरुआत की है, जिसके तहत हर रोज 5 हजार लोगों को इस अभियान के तहत जोड़ा जा रहा है, टीम पीके का लक्ष्य है कि इस संख्या को बढाकर रोजाना 10 हजार पर ले जाना है। इस साल सितंबर तक पीके पांच लाख युवाओं को राजनीति में उतरने के लिये मोटिवेट करना चाहते हैं। फिर उन तमाम युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी, जो अगले 15 महीनों तक चलेगी, इस अभियान के तहत इस ट्रेनिंग का हिस्सा कोई भी बन सकता है, फिर वो जिस पार्टी का चाहे हिस्सा बन सकता है।

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ट्रेनिंग दी जाएगी
युवाओं का वैसे तो रजिस्ट्रेशन सीधे तौर पर टीएमसी के लिये नहीं किया जा रहा है, लेकिन प्रशांत किशोर की टीम का मानना है कि ये पांच लाख युवा आने वाले दिनों में तृणमूल की ही ताकत बनेंगे, इसी वजह से टीएमसी भी पीके के इस अभियान को आगे बढा रही है, सोशल मीडिया पर टीएमसी की ओर से इस अभियान को आगे बढाया जा रहा है, इससे पहले पीके ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की थी, जून महीने में ममता बनर्जी और प्रशांत दो बार मिले, जिसके बाद से कयास लगाये जा रहे हैं, कि आने वाले चुनाव में पीके ममता बनर्जी के लिये रणनीति का जिम्मा संभाल सकते हैं।

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वोटर का रुख
रिपोर्ट के मुताबिक पीके की टीम पश्चिम बंगाल में इस बात का आंकलन करेगी, कि आकिरी लोकसभा चुनाव में बंगाल के वोटरों का मूड क्यों बदला, उनकी टीम इस बात का भी पता कर रही है, कि क्या वो स्विंग की मुख्य वजह, जाति, भाषा या कुछ और है, मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में 42 में से 18 सीटें जीती, जबकि टीएमसी 22 सीटों पर आ गई, प्रदेश में टीएमसी और बीजेपी के बीच हिंसक झड़प भी देखने को मिली थी।