संन्‍यास लेने पर धोनी को किया जा रहा है मजबूर और अब चयनकर्ताओं ने भी ले लिया बड़ा फैसला

रिपोर्ट में लिखा गया है कि धोनी की धीमी बल्लेबाजी को देखते हुए ही उन्हें वेस्ट इंडीज दौरे से बाहर किया गया है।

New Delhi, Jul 15 : विश्‍व कप की शुरुआत और अब इसके शानदार फाइनल नतीजे के बाद भी एक खबर जो सुर्खियों में बनी हुई है वो है भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्‍तान और खिलाड़ी महेन्‍द्र सिंह धोनी के संन्‍यास की खबर । सूत्रों के हवाले से अब खबर आ रही है कि धोनी को संन्यास लेने पर मजबूर करने वाले कुछ चयनकर्ता हैं, जो उन पर बार-बार दबाव बना रहे हैं । उन्‍हें  टीम से बाहर करने की तैयारी की जा रही है । महेंद्र सिंह धोनी लगातार आलोचना के शिकार हो रहे हैं, उन्‍हें संन्‍यास की सलाह देने वालों की कमी नहीं है ।

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सूत्रों के हवाले से खबर
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की ओर से बताया गया है कि, बीसीसीआई के सूत्र बता रहे हैंकि इस वर्ल्ड कप में धोनी की धीमी बल्लेबाजी को देखते हुए मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद जल्द ही उनसे बात करेंगे । सूत्र ये भी कहते नजर आए कि उन्होंने इशारों ही इशारों में यह संकेत दे दिए हैं कि अब धोनी को टीम से बाहर करने का समय आ गया है । रिपोर्ट में लिखा गया है कि धोनी की धीमी बल्लेबाजी को देखते हुए ही उन्हें वेस्ट इंडीज दौरे से बाहर किया गया है।

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धोनी ने अब तक ऐसा क्‍यों नहीं किया, हैरान है बोर्ड
इस रिपोर्ट के मुताबिक में बीसीसीआई से जुड़े विश्वस्त सूत्रों के हवाले से कहा गया है –  ‘हम (बोर्ड अधिकारी) इस बात से हैरान हैं धोनी ने अब तक ऐसा नहीं किया है। ऋषभ पंत जैसे युवा खिलाड़ी उनकी जगह लेने का इंतजार कर रहे हैं। जैसा कि हमने विश्व कप में देखा धोनी अब आक्रामक बल्लेबाजी नहीं कर पा रहे हैं। नंबर 6 या 7 पर उतरने के बावजूद वह रन को बढ़ाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं, जो टीम के लिए नुकसानदेह साबित हो रहा है।’

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धोनी क्‍या लेंगे फैसला ?
सूत्र ने कहा कि – मुझे नहीं लगता कि 2020 के टी-20 विश्व कप में चयनकर्ता उन्हें टीम में शामिल करेंगेष ऐसे में यह सही समय है कि धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से खुद संन्यास ले लें। धोनी के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हासिल करने के लिए अब कुछ नहीं बचा है । उन्हें जो कुछ भी हासिल करना था वह कर चुके हैं, इसलिए उन्हें नए खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए । हालांकि धोनी के आलोचक ये क्‍यों भूल गए हैं कि क्रिकेट में उनका योगदान बेमिसाल रहा है और उन्‍हें इस तरह संन्‍यास के लिए प्रेशराज करना उचित नहीं है ।