दुनिया से लड़कर की अंतरजातीय विवाह, फिर 5 महीने बाद ही इस वजह से ले ली पत्नी की जान

आरोपी शेखराम कौशिक और करुणा यादव की पहचान रायपुर में काम करने के दौरान हुई थी, दोनों के बीच प्रेम संबंध बना, फिर दोनों ने शादी करने का फैसला लिया।

New Delhi, Jul 15 : छत्तीसगढ की कवर्धा पुलिस ने नवविवाहिता की हत्या की गुत्थी को सुलझाने का दावा किया है, मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है, नवविवाहिता का हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसका पति ही निकला, मामले में पुलिस ने बताया कि पति ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पत्नी की हत्या कर दी, हत्या की वजह भी बेहद हैरान करने वाली है।

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क्या है मामला
रिपोर्ट के अनुसार मृतका की पहचान करुणा यादव के रुप में हुई है, जो बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम नाहदा की रहने वाली थीं, हत्या से 4-5 महीने पहले महिला ने कवर्धा के गोछिया निवासी शेखराम कौशिक से प्रेम विवाह किया था, दोनों की जाति में अंतर होने की वजह से समाज और परिवार ने करुणा को स्वीकार नहीं किया, आरोपी पति को लगा कि शादी के बाद उसकी बदनामी हो रही है, इसलिये उसने अपने दोस्त लवकुश कौशिक के साथ मिलकर करुणा की हत्या की साजिश रची थी।

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ऐसे रची साजिश
पुलिस ने जानकारी दी कि लवकुश ने अपने परिचित अशवन के बात की, 20 हजार रुपये में करुणा की हत्या की सुपारी दे दी, 3 हजार एडवांस फिर बाकी रकम बाद में देने का वादा किया था, मौका पाते ही पति अपनी पत्नी को जंगल में घुमाने के बहाने सुनसान इलाके में ले गया, जहां पहले से अशवन तीन दोस्तों के साथ इंतजार कर रहा था, मौका पाते ही सभी ने मिलकर करुणा का गला गमछे से घोंट दिया, फिर गले में चाकू से ताबड़तोड़ हमले किये, इसके बाद सिर को पत्थर से कुचल दिया।

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पैसों की लालच में दोस्तों ने दिया साथ
कवर्धा पुलिस हत्या के बाद से ही घटना की जांच कर रही थी, शुरुआत में तो महिला की पहचान तक नहीं हो पाई थी, फिर धीरे-धीरे कड़ियां जोड़ते हुए पुलिस आरोपियों तक पहुंची, हत्या के लिये उकसाने के लिये आरोपी की मां और नानी को भी सहआरोपी बनाया गया है। घटना में शामिल सभी आरोपी 22-23 साल के हैं, जिन्होने पैसे की लालच में महिला को मौत के घाट उतार दिया।

कैसे हुई पहचान
बताया जा रहा है कि आरोपी शेखराम कौशिक और करुणा यादव की पहचान रायपुर में काम करने के दौरान हुई थी, दोनों के बीच प्रेम संबंध बना, फिर दोनों ने शादी करने का फैसला लिया, दोनों ने नागपुर जाकर शादी कर ली, लेकिन शादी के बाद भी दोनों के परिवार वाले इस शादी को लेकर राजी नहीं थे।