विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच मनमुटाव की खबरें गलत, प्रशासकों की समिति ने कही ये बात

प्रशासकों की समिति के एक सदस्य ने एक न्यूज एजेंसी को जानकारी दी, कि समिति जब शुक्रवार को बैठक करेगी, तो वो टीम इंडिया के मतभेद पर चर्चा नहीं करेगी।

New Delhi, Jul 24 : बीसीसीआई का कामकाज देखने के लिये सुप्रीम कोर्ट ने प्रशासकों की समिति का गठन किया है, जिसका शुक्रवार को दिल्ली में बैठक होना है, बैठक में भारतीय क्रिकेटरों के बीच मतभेद की खबरों को खारिज किये जाने की संभावना है, विश्वकप से टीम इंडिया के बाहर होने के बाद ऐसी खबरें आ रही है, कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों में मतभेद है, ऐसी अफवाहें चल रही है, कि टीम के कुछ सीनियर खिलाड़ी ये कह रहे हैं कि एक क्रिकेटर ने बीसीसीआई के फैमिली क्लॉज का उल्लंघन किया है।

Advertisement

बैठक में नहीं होगी मतभेद पर चर्चा
प्रशासकों की समिति के एक सदस्य ने एक न्यूज एजेंसी को जानकारी दी, कि समिति जब शुक्रवार को बैठक करेगी, तो वो टीम इंडिया के मतभेद पर चर्चा नहीं करेगी, सीओए के अधिकारी के अनुसार मीडिया में चल रही खबरों पर प्रतिक्रिया देने का कोई मतलब नहीं है, अगर खिलाड़ियों को कोई समस्या है, तो वो सीओए के पास जा सकते हैं, शुक्रवार को होने वाली सीओए की बैठक में टीम के विश्वकप में प्रदर्शन पर चर्चा होगी।

Advertisement

रोहित-विराट के बीच दरार की खबरें
विश्वकप सेमीफाइनल में हारकर बाहर होने के बाद टीम इंडिया में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है, गल्फ न्यूज ने एक रिपोर्ट में दावा किया कि भारतीय टीम विश्वकप में दो गुटों में बंटकर खेली, पहला गुट विराट कोहली का था, वहीं दूसरे गुट का नेतृत्व रोहित शर्मा कर रहे थे, हिटमैन के गुट के खिलाड़ियों को विराट और शास्त्री के फैसले नागवार गुजरे, रोहित सेमीफाइनल के प्लेइंग इलेवन से भी नाराज थे, वो मोहम्मद शमी को टीम में चाहते थे, कई मौकों पर रोहित ने विराट के फैसलों पर नाराजगी जाहिर की, जिससे दोनों के बीच अनबन बढ गई।

Advertisement

कप्तानी से हटाने की मांग
गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक सेमीफाइनल में मिली हार के बाद रोहित शर्मा गुट ने विराट कोहली को कप्तानी से भी हटाये जाने की मांग की, उनका कहना है कि विराट की कप्तानी में टीम ने अब तक एक भी बड़ा आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता है, गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने भी माना कि कुछ खिलाड़ी एक यूनिट की तरह काम कर रहे हैं, लेकिन टीम में कोई मतभेद नहीं है।