सावन मास की पहली एकादशी 28 जुलाई को, शिव के मास में ऐसे विष्‍णु पूजा कर पाएं शुभ फल

इसके बाद शिवलिंग के सामने बैठकर ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें । पूजा कर्म के जानकारों के अनुसार सूर्यास्त के बाद किसी ऐसे शिव मंदिर जाएं जो एकांत में हो और वहां शिवलिंग के पास दीपक जलाएं।

New Delhi, Jul 26 : इस रविवार यानी  28 जुलाई को पावन श्रावण मास की पहली एकादशी पड़ रही है । सावन की दूसरी एकादशी रविवार 11 अगस्त को आएगी । शिवजी के प्रिय माह माने जाने वाले सावन में आने वाली इन एकादशी का महत्व बहुत ही अधिक माना जाता है । इस रविवार को कामिका एकादशी रहेगी, ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भोलेनाथ की विशेष पूजा के साथ ही त्रिलोकी नाथ भगवान विष्णु की भी पूजा जरूर करनी चाहिए । किस प्रकार हो ये पूजा आगे पढ़ें ।

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सूर्य को जल चढ़ाकर करें दिन की शुरुआत
चूंकि एकादशी रविवार को पड़ रही है, ऐसे में इस दिन की शुरुआत सूर्य पूजा के साथ करने कीसलाह दी जाती है । रविवार का कारक ग्रह सूर्य माना गया है और इस दिन एकादशी होने से विष्णुजी के साथ सूर्य देव की पूजा जरूर करें। एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद तांबे के लोटे से सूर्य देव को जल चढ़ाएं। ध्‍यान रखें कि जल चढ़ाते समय आप ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जाप भी करें। इस मंत्र जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए।

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शिव पूजा इस प्रकार करें
एकादशी पर शिवजी की विशेष पूजा करनी चाहिए । इस पूजा में शिव की पसंदीदा सामग्री का प्रयोग करें । बिल्व पत्र, चंदन, धतूरा, चावल, फूल और अन्य पूजा सामग्री के साथ ही शिवजी को जनेऊ भी अवश्य चढ़ाएं। इसके बाद शिवलिंग के सामने बैठकर ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें । पूजा कर्म के जानकारों के अनुसार सूर्यास्त के बाद किसी ऐसे शिव मंदिर जाएं जो एकांत में हो और वहां शिवलिंग के पास दीपक जलाएं।

भगवान विष्णु की विशेष पूजा
एकादशी पर भगवान विष्‍णु का ध्‍यान अति लाभकारी माना गया है । आप जानते ही होंगे कि श्रीहरि को पीतांबर धारी भी कहा जाता है, यानी विष्णुजी वो जो पीले वस्त्र धारण करते हैं । एकादशी के दिन भगवान विष्‍णु को पीले वस्त्र चढ़ाएं, व्रत का पालन करें । विष्णुजी के साथ ही महालक्ष्मी की भी पूजा करें। इस दिन संध्‍या काल में तुलसी के पास दीपक जरूर जलाएं । अब तुलसी की परिक्रमा करें। एकादशी के दिन दान आदि का बेहद महत्‍व है । विधि विधान से पूरा दिन बिताएं, इस पूजा का लाभ आपको अवश्‍य प्राप्‍त होगा ।