महीनों ICU में गुजारने के बाद देश के लिये फिर जाने देने को तैयार है ये जवान, ड्यूटी दोबारा किया ज्वाइन

इन सब के बावजूद खुर्शीद अहमद ना सिर्फ पूरी तरह से ठीक हुए, बल्कि उन्होने दोबारा नौकरी शुरु कर दी है।

New Delhi, Jul 28 : केन्द्रीय अर्धसैनिक सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) के हेड कांस्टेबल खुर्शीद अहमद को साल 2017 में आतंकी हमले के दौरान आठ गोलियां लगी थी, गोली लगने की वजह से उनके कमर के निचले हिस्से ने काम करना पूरी तरह से बंद कर दिया था, उन्होने स्पाइनल इंजरी की लंबी पीड़ा झेली, डॉक्टरों ने भी उन्हें जबाव दे दिया, एम्स के डॉक्टरों ने कहा था कि अब शायद ही वो कभी चल पाएं।

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दोबारा शुरु की नौकरी
द क्विंट की रिपोर्ट के मुताबिक इन सब के बावजूद खुर्शीद अहमद ना सिर्फ पूरी तरह से ठीक हुए, बल्कि उन्होने दोबारा नौकरी शुरु कर दी है, 25 जून 2017 को 4 आतंकियों ने सीआरपीएफ के दस्ते पर हमला किया था, इस हमले में 8 जवान शहीद हो गये थे, जबकि 22 लोग गंभीर रुप से घायल थे, जिसमें एक नाम हेड कांस्टेबल खुर्शीद अहमद का भी है।

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दो महीने आईसीयू में रहे
खुर्शीद अहमद दो महीने तक आईसीयू में रहे, इसके बाद उन्हें एम्स के ट्रॉमा सेंटर में शिफ्ट किया गया, यहां पहुंचने के बाद उनकी हालात में थोड़ा सुधार होने लगा, वो धीरे-धीरे खड़े होने लगे, इसके बाद उन्होने वॉकर की मदद से चलना शुरु कर दिया, अब एक छड़ी की मदद से वो आराम से चलते-फिरते हैं, इतना ही नहीं उन्होने ड्यूटी भी ज्वाइन कर लिया है।

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ऑफिस में पेपरवर्क करते हैं
दोबारा नौकरी ज्वाइन करने के बाद उन्हें पेपरवर्क में लगाया गया है, वो कर्मचारियों के ट्रांसफर, पोस्टिंग का काम देखते हैं, खुर्शीद उन सभी लोगों को बार-बार शुक्रिया अदा करते हैं, जिन्होने उन्हें दोबारा पैरों पर खड़े होने में मदद की, इसके साथ ही वो भगवान को भी धन्यवाद कहते हैं।

एयर एंबुलेंस से मिलेगी बड़ी मदद
खुर्शीद बताते हैं कि सीआरपीएफ कर्मचारियों के लिये अगर आपात स्थिति में एयर एंबुलेंस का इंतजाम हो जाए, तो इससे काफी मदद मिलेगी, इससे जवानों के साथ ही अधिकारियों को तुरंत एयरलिफ्ट से बेहतर इलाज मिल सकेगा। खुर्शीद ने बताया सीआरपीएफ ने मेरा इलाज कराया, प्रदेश सरकार ने कोई आर्थिक मदद नहीं की, उस आतंकी हमले को याद कर डर लगने के सवाल पर उन्होने कहा कि मरने से डर नहीं लगता, खुर्शीद की पत्नी भी पति की तरह ही बेखौफ होकर बोली, कि अगर मौत आनी होगी, तो घर पर भी आ जाएगी, छुप कर रहने से कुछ नहीं होता।