पाक सेना प्रवक्ता का ब्लंडर, बालाकोट को लेकर पोस्ट किया छेड़छाड़ वाला वीडियो, यूजर्स ने किया ट्रोल
पाक सेना प्रवक्ता की ओर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया, ये दावा करते हुए कि भारत ने किस तरह से बड़ी गलती की, उसका सबूत । जबकि ये वीडियो पूरी तरह से फर्जी निकला ।
New Delhi, Jul 29 : फरवरी महीने में भारतीय वायुसेना की ओर से बालाकोट में की गई एयरस्ट्राइक को लेकर पाकिस्तान को अब तक सपने आ रहे हैं, यही वजह रही होगी जो एक फेक वीडियो को पाक सेना प्रवक्ता की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया गया । वो भी बिना वीडियो की सत्यता की पुष्टि किए हुए, गफूर ने बड़े-बड़े दावे करने में भी कोई कमी नहीं छोड़ी । हालांकि जब इस वीडियो को लेकर पाकिस्तान की जमकर किरकिरी हुई तो गलती स्वीकार कर ली गई ।
आसिफ गफूर ने पोस्ट किया वीडियो
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने इसी रविवार को भारतीय वायुसेना के पूर्व एयर मार्शल डेंजिल कीलोर का एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में दावा किया गया जा रहा था फरवरी में बालाकोट एयर स्ट्राइक के एक दिन बाद 27 फरवरी को एयर मार्शल कीलोर भारत और पाक के लड़ाकू विमानों के बीच हुई डॉगफाइट के दौरान भारतीय वायुसेना की विफलता के बारे में बात कर रहे थे। हालांकि, सोशल मीडिया पर ये वीडियो ज्यादा देर ना टिक सका ।
सोशल मीडिया पर पकड़ा गया पाकिस्तान का झूठ
इससे पहले कि पाकिस्तान इस वीडियो से फूला न समाता, सोशल मीडिया यूजर्स ने ही वीडियो कासच सामने लाकर रख दिया । यह वीडियो 2015 में रिकॉर्ड किया गया था जो कि बालाकोट से लगभग चार साल पहले का है। यह वीडियो यूट्यूब पर 9 अगस्त, 2015 को वाइल्डरनेस फिल्म्स इंडिया द्वारा अपलोड किया गया था। जिसमें कीलोर 1962 और 1965 की लड़ाई पर चर्चा कर रहे थे। कुछ यूजर्स ने तो लिख डाला कि पाक सेना प्रवक्ता अपने दिमाग का प्रयोग तक नहीं करता । कहीं कल ये चांद पर पहुंचने का दावा भी ना कर दें ।
क्लिप को लेकर बाद में मानी गलती
हालांकि जब इस वीडियो का सच बेपर्दा हुआ और सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को जमकर गालियां पड़नी शुरू हुई तो आसिफ गफूर ने एक और ट्वीट कर गलती स्वीकार भी कर ली । हालांकि उन्होने भारत से इसके लिए माफी नहीं मांगी, ना ही इस वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल से हटाया गया है । गफूर ने एक अन्य ट्वीट कर यह स्वीकार किया कि उनके द्वारा साझा की गई कीलोर की वीडियो क्लिप छेड़छाड़ कर तैयार की गई थी।
Admission of Indian failure and losses on 27 February 2019 by a well decorated Indian Airforce veteran Air Marshal Denzil Keelor.#Surprise pic.twitter.com/uTeErbucCl
— Asif Ghafoor (@peaceforchange) July 28, 2019
The clip of Air Marshal is revealed to be doctored through inset. Admission and expression were too identical to differentiate. Unintentional omission is acknowledged, especially to Indians.
Nonetheless, environment remained unchanged for IAF on both the occasions.— Asif Ghafoor (@peaceforchange) July 28, 2019