भारतीय टीम के इन दो खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफी, पूर्व कप्तान गांगुली ने उठाये सवाल

वेस्टइंडीज दौरे के लिये जो टीम चुनी गई है, उसमें विराट, रोहित, केएल राहुल, ऋषभ पंत और रविन्द्र जडेजा ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें तीन प्रारुप में जगह दी गई है।

New Delhi, Jul 31 : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली टीम इंडिया में लगातार हो रहे बदलावों से खुश नहीं हैं, उन्होने कहा कि ज्यादा खिलाड़ियों को लगातार बदलना टीमे के लिये अच्छा नहीं है, इसके साथ ही उन्होने स्पिन गेंदबाज युजवेन्द्र चहल और कुलदीप यादव को टी-20 टीम से बाहर किये जाने पर भी सवाल खड़े किये, द प्रिंट को दिये इंटरव्यू में गांगुली ने कहा कि अलग प्रारुप के लिये अलग खिलाड़ी रखना सही नहीं है, मैंने बस सलाह दी है, आपको ऐसे खिलाड़ियों की जरुरत है, जो सभी प्रारुप में खेले, मैं ज्यादा खिलाड़ियों के बदलाव का पक्षधर नहीं हूं, मैं स्थायित्व के पक्ष में हूं।

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चहल और कुलदीप टीम से बाहर क्यों
मालूम हो कि वेस्टइंडीज दौरे के लिये जो टीम चुनी गई है, उसमें विराट, रोहित, केएल राहुल, ऋषभ पंत और रविन्द्र जडेजा ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें तीन प्रारुप में जगह दी गई है, इस पर गांगुली ने कहा कि ठीक है बुमराहे को सीमित ओवर में आराम दिया गया, लेकिन मुझे ये नहीं पता कि चहल और कुलदीप यादव टी-20 टीम में क्यों नहीं हैं, उन्होने क्या गलत किया, न्यूजीलैंड दौरे पर जाने वाले शुभमन गिल टीम से बाहर क्यों हैं, मनीष पांडे और श्रेयस अय्यर को मौका मिला, मुझे उम्मीद है कि उन्हें ज्यादा मौके दिये जाएंगे, उन्हें वेस्टइंडीज में होने वाली वनडे और टी-20 सीरीज के बाद भूलाया नहीं जाना चाहिये।

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टीम इंडिया में सब्र की कमी
लगातार खिलाड़ियों के बदलने पर पूर्व कप्तान ने टीम इंडिया के सब्र पर भी सवाल खड़े किये, उन्होने कहा कि इंटरनेशनल क्रिकेट में आपको सब्र रखना होता है, 2013 के बाद से हमने एक भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता है, हम 2017 में चैपियंस ट्रॉफी हारे, लगातार तीन आईसीसी टूर्नामेंट में हम सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो गये, ऐसे में हमें सेमीफाइनल से आगे बढने की जरुरत है, देखिये इंग्लैंड ने कैसे 2015 की हार से सीखा और विश्वकप जीते।

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गांगुली की टीम को सलाह
सौरव गांगुली ने टीम इंडिया को सलाह देते हुए कहा कि टीम को सारा दबाव हटा लेना चाहिये, मैं चाहता हूं, कि टीम के खिलाड़ियों और टीम प्रबंधन , चयनकर्ताओं के बीच खुलकर बातचीत हो, हमें छोटे-छोटे प्रदर्शन नहीं चाहिये, हमें विराट कोहली, रोहित, बुमराह और शमी से सीखने की जरुरत है।