अधीर रंजन ने करा दी सदन में अपनी ही पार्टी की किरकिरी, अमित शाह से सवाल पूछकर खुद ही फंस गए

धारा 370 पर बहस आज लोकसभा में जारी है, अमित शाह से स्‍पष्‍टीकरण मांगते हुए कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन ने कांग्रेस की ही किरकिरी करा दी ।

New Delhi, Aug 06: राज्‍यसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पास होने के बाद मंगलवार को इसे लोकसभा के पटल पर रखा गया । यहां चर्चा के दौरान कुछ ऐसा हो गया कि कांग्रेस की ही किरकिरी हो गई । कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अनुच्छेद 370 पर गृह मंत्री अमित शाह से एक ऐसा सवाल पूछ लिया कि जब शाह ने उसका जवाब दिया तो खुद अधीर रंजन ही फंसते नजर आए । सदन में अमित शाह ने कांग्रेस से उनका स्‍टैंड क्लियर करने को कहा, जिस पर कुछ ऐसा हो गया ।

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शाह और अधीर आमने-सामने
लोकसभा में जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक पर बहस के दौरान गृह मंत्री अमित शाह औरलोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच तीखी नोंक-झोक देखने को मिली । गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक सदन के पटल पर पेश किया, जिसके बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी खड़े हुए और अपनी राय इस पर देनी शुरू की । अधीर रंजन ने कहा कि केंद्र सरकार ने रातो-रात नियम कायदों को ताक पर रखकर जम्मू कश्मीर के टुकड़े कर दिए और इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया ।

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अमित शाह भड़क गए
अधीर रंजन चौधरी का ये बयान गृह मंत्री को नागवार गुजरा उन्‍होने कहा कि सरकार ने कौन सा नियम तोड़ा है अधीर रंजन ये बताएं, सरकार उसका जवाब देगी । शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस नेता को जनरल स्टेटमेंट नहीं देना चाहिए । इसके बाद अधीर रंजन ने कहा कि आपने अभी कहा कि कश्मीर अंदरूनी मामला है, लेकिन यहां अभी भी संयुक्त राष्ट्र 1948 से मॉनिटरिंग करता आ रहा है । जिसके बाद शाह ने उन्‍हें फिर टोका, गृह मंत्री ने कहा कि “आप ये स्पष्ट कर दें कि ये कांग्रेस का स्टैंड है कि संयुक्त राष्ट्र कश्मीर को मॉनिटर कर सकता है।” इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ । अमित शाह ने सदन में फिर कहा कि आप ये स्पष्ट कर दें कि कश्मीर को UN मॉनिटर कर सकता है, आपने अभी कहा है ।

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अधीर देते रहे सफाई
खुद को ही फंसते देख अधीर रंजन चौधरी कहते नजर आए कि उन्‍होने गृह मंत्री से सिर्फ स्पष्टीकरण मांगा है और कुछ नहीं । चौधरी ने कहा कि भारत के एक प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर शिमला समझौता किया, दूसरे प्रधानमंत्री लाहौर यात्रा की तो फिर इसे अंदरूनी मामला कैसे माना जाएगा । संसद में इस मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ । अधीर रंजन चौधरी के अलावा कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी सरकार को खूब घेरने की तैयारी की थी, लेकिन विपक्ष सफल नहीं रहा ।

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