टॉप सीक्रेट था मोदी का मिशन कश्मीर, अमित शाह ने ऐसे दिया अंजाम, डोभाल की बड़ी भूमिका

ऑर्टिकल 370 को हटाने में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की बड़ी भूमिका रही है, अमित शाह की रणनीति में उन्होने बड़ी भूमिका निभाई है।

New Delhi, Aug 06 : आम चुनाव में बंपर जीत के बाद आरएसएस और बीजेपी के भीतर तमाम विरोधाभास के बाद भी अमित शाह को पीएम मोदी ने गृह मंत्रालय सौंपा, कहा जाता है कि तभी ऑर्टिकल 370 को हटाये जाने और जम्मू-कश्मीर का मामला सुलझाने की योजना का पहला कदम था, शाह ने जैसे ही गृह मंत्री की कुर्सी संभाली, इस योजना पर काम शुरु हो गया, इसकी जानकारी अमित शाह के अलावा पीएम मोदी और पीएमओ के चुनिंदा शीर्ष अधिकारियों और एनएसए अजित डोभाल को थी।

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राज्यपाल को जानकारी
सूत्रों का दावा है कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक अमित शाह के खासमखास माने जाते हैं, दोनों 2014 लोकसभा चुनाव में साथ काम कर चुके हैं, इसके साथ ही अमित शाह ने ही उन्हें जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल बनवाने में बड़ी भूमिका निभाई थी, अमित शाह लगातार जम्मू-कश्मीर के मसले पर गंभीर थे, वो इसे हमेशा के लिये सुलझाना चाहते हैं।

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फौज भेजने से अफवाह
पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त सेना के जवानों की तैनाती की गई, जिससे अफवाह फैल गया कि जम्मू-कश्मीर में कुछ होने वाला है, फोर्स भेजे जाने के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकास जावड़ेकर ने दिल्ली में पत्रकारों को बताया कि अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं, उससे पहले सरकार 35 ए और 370 को लेकर कोई पहल नहीं करने जा रही, इसके अलावा 15 अगस्त को हरेक पंचायत में तिरंगा फहराने की बात कही गई।

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डोभाल की बड़ी भूमिका
बताया जा रहा है कि ऑर्टिकल 370 को हटाने में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की बड़ी भूमिका रही है, अमित शाह की रणनीति में उन्होने बड़ी भूमिका निभाई है, पिछले सप्ताह ही डोभाल कश्मीर दौरे पर पहुंचे थे, जिसके बाद वहां कुछ और कंपनियों की तैनाती की गई और तमाम बड़े नेताओं को घर में नजरबंद कर फैसले का ऐलान किया गया। इंटरनेट बंद करने और पब्लिक मीटिंग पर पाबंदी के साथ ही पूरी घाटी को सुरक्षा बलों ने पाट दिया, सोमवार को इससे पहले कि लोगों की कोई प्रतिक्रिया होती, राज्यसभा में शाह ने फैसले का ऐलान कर दिया।