राखी मुहूर्त : जानें 15 अगस्‍त को कितने बजे तक बांध सकते हैं राखी, 19 साल बाद एक शुभ संयोग

भाई बहन के प्यार की डोर से बंधा त्‍यौहार रक्षाबंधन 15 अगस्‍त को मनाया जाएगा । इस बार एक बेहद शुभ संयोग है और समय को लेकर कोई बंधन भी नहीं है । आगे पढ़ें …

New Delhi, Aug 14: राखी पर इस बार भद्रा का साया नहीं होगा । यानी कि समय का कोई बंधन इस बार बहन को भाई की कलाई पर राखी बांधने से नहीं रोक पाएगा । इस बार शुभ सांयोग ये हैं कि सावन शुक्ल पूर्णिमा इस बार 19 साल बाद पंद्रह अगस्त पर पड़ रही है, जिससे रक्षा बंधन के साथ देश के महा पर्व को भी साथ में मनाया जा सकेगा । इसके पूर्व साल 2000 में राखी 15 अगस्त को पड़ी थी ।

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भद्रा काल की टेंशन नहीं
इस बार राखी गुरुवार को पड़ रही है और इसे श्रवणा नक्षत्र में मनाया जाएगा। जानकारों के अनुसार इस तिथि पर भद्रा नहीं है । बहनों को भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए समय का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। आपको बता दें भद्रा काल के समय राखी नहीं बांधी जाती और कोई भी शुभ कार्य नहीं होते ।
रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त
इस बार 15 अगस्‍त को रक्षाबंधन का त्‍यौहार मनाया जाएगा । जिसके लिए मुहूर्त इस प्रकार हैं ।
अपराजिता एवं सिद्ध योग: प्रात: 7:35 बजे से 12:40 बजे तक
विशिष्ट शुभ मुहूर्त: सुबह 09:18 बजे से 10:55 बजे तक
अभिजित मुहूर्त: दोपहर 12:06 बजे से 12:57 बजे तक

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उदया तिथि की पूर्णिमा
सावन की पूर्णिमा 14 अगस्त बुधवार की दोपहर 2:47 बजे से शुरू हो जाएगी जो 15 अगस्त दिन गुरुवार को शाम 4:23 बजे तक है । यानी कि बहनें 15 अगस्‍त को पूरे दिन भाई को राखी बांध सकेंगी । चूंकि उदया तिथि की पूर्णिमा 15 अगस्त को होगी, इसीलिए रक्षाबंधन का त्योहार भी इसी दिन मनाया जाएगा । रक्षाबंधन के दिन भद्रा का साया सूर्योदय के पहले ही खत्म हो जाएगा।

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पूजा विधि
रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र, संपन्‍नता और खुशहाली की कामना करती हैं । वहीं भाई बहन को उपहार देते हैं और उन्‍हें रक्षा का वचन देते हैं । बहनें इस दिन पिधि पूर्वक पूजा करें, जिसके लिए राखी की थाली सजाएं, इसमें में रोली, कुमकुम, अक्षत, पीली सरसों के बीज, दीपक और राखी रखें । इसके बाद भाई को तिलक लगाकर उसके दाहिने हाथ में राखी बांधें । फिर भाई की आरती उतारें, भाई को मिठाई खिलाएं । भाई बड़े हैं तो उनसे आशीर्वाद लें । अगर भाई छोटा है तो उसे बहन का आशीर्वाद लेना चाहिए । इसके बाद भाई बहन को तोहफा देता है ।