फिर पलटी मार सकते हैं नीतीश कुमार, पुराने करीबी के बयान से सियासी भूकंप, करें विपक्ष का नेतृत्व

शिवानंद तिवारी राजद के वरिष्ठ नेता हैं, इससे पहले वो जदयू में थे और नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते थे।

New Delhi, Aug 14 : बिहार में लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राजद पूरी तरह से शून्य की स्थिति में चली गई है, तेजस्वी यादव पिछले कुछ समय से सक्रिय राजनीति से लापता हैं, हालांकि राजद नेता इस पर खुलकर कुछ भी नहीं बोल रहे, लेकिन राजद नेताओं के बयानों से ऐसा प्रतीत होता है, कि मानों वो किसी चमत्कार की उम्मीद लगाये बैठे हैं, उन्हें उम्मीद सीएम नीतीश कुमार से भी है।

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राजद ने दिया न्योता
बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी राजद खुलेआम नीतीश को एनडीए छोड़ महागठबंधन में वापस आने का न्योता दे चुकी है, पहले तो राजद नेता शिवचंद्र राम ने कहा कि नीतीश कुमार को बीजेपी का साथ छोड़कर गरीबों, दलितों, शोषितों के साथ आना चाहिये, वहीं अब शिवानंद तिवारी ने भी सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि नीतीश में प्रधानमंत्री बनने के गुण हैं।

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विपक्ष का नेतृत्व करें
शिवानंद तिवारी ने कहा कि नीतीश ऐतिहासिक भूल कर रहे हैं, उनमें पीएम बनने की क्षमता है, मैं खुद नीतीश की राजनीति को पिछले तीस साल से देख रहा हूं, उन्हें बीजेपी का साथ छोड़कर विपक्ष को लीड करना चाहिये, विपक्ष में अभी पूरे देश में नेतृत्व की शून्यता है, नीतीश के आस-पास रहने वाले लोग बीजेपी के दलाल हैं, आसपास के लोग नीतीश को सीएम तक ही सीमित रखना चाहते हैं।

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कांग्रेस के भी तेवर नरम
आपको बता दें कि शिवानंद तिवारी राजद के वरिष्ठ नेता हैं, इससे पहले वो जदयू में थे और नीतीश के काफी करीबी माने जाते थे, इसलिये उनका ये बयान कई मायनों में अहम माना जा रहा है, सिर्फ शिवानंद तिवारी या राजद ही नहीं बल्कि कांग्रेस के तेवर भी नीतीश को लेकर नरम हो गये हैं।

पूरे देश की नजर
अगर जदयू की बात करें, तो बिहार में एक ऐसा ध्रुव बन चुकी है, जिसके बिना कोई भी दल सत्ता में नहीं आ पाती, 2005 में राजद शासनकाल का अंत हुआ, नीतीश बीजेपी के सहारे सीएम बने, फिर 2013 में गठबंधन तोड़ने के बाद 2015 में राजद के साथ मिलकर चुनाव लड़ा, तो नीतीश तीसरी बार लगातार सीएम बने, हालांकि दो साल में ही महागठबंधन टूट गया और जदयू वापस बीजेपी के पास चली गई, अब अगले साल फिर विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में राजनीति क्या करवट लेती है, इस पर पूरे देश की नजर टिकी हुई है।