शहीद के परिजनों के लिए युवाओं ने किया ऐसा नेक काम, वीडियो देखकर आंखें हो जाएंगी नम
शहीद के परिवार को इंदौर में ऐसा सम्मान मिला कि उनकी ही नहीं इस नजारे को देखने वाले हर शख्स की आंखें नम हो गईं । मौका खुशी का था और युवाओं का काम काबिलेतारीफ ।
New Delhi, Aug 17: मध्यप्रदेश के एक वीर सैनिक की शहादत के बाद उसके परिवार के सामने आजीविका का संकट था, पक्का घर नहीं था । लेकिन स्थानीय युवाओं ने शहीद के सम्मान में उनके जर्जर मकान को ठीक ही नहीं करवाया बल्कि उसे पक्के मकान की शक्ल देकर, शहीद की पत्नी का उसमें नायाब तरीके से गृह प्रवेश करवाया । इस नजारे का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है । युवाओं के इस काम की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है । वीडियो आप भी देखें ।
शहीद की पत्नी को दिया पक्का घर
27 साल पहले देश के लिए शहीद हुए मोहनलाल के परिवार ने सोचा भी नहीं होगा कि उनकीशहादत को स्थानीय लोग इस तरह से याद करेंगे और इसका ऋण भी चुकाएंगे । पति के वीरगति को प्राप्त हो जाने के बाद जर्जर मकान में रह रही राजू बाई को ग्रामीणों ने न केवल जन सहयोग से मकान बनवाकर दिया, बल्कि अपनी हथेलियां बिछाकर उनको गृह प्रवेश कराया ।
ठेकेदार ने नहीं लिया मुनाफा
जन सहयोग से पैसा इकठ्ठा हुआ तो वहीं घर बनाने वाले ठेकेदार ने अपना मुनाफा भी नहीं लिया। 31 दिसंबर 1992, को इंदौर के पास ही पीर पिपल्या गांव की रहने वाली राजू बाई के पति शहीद हो गए । असम में तैनात उनके पति और सीमा सुरक्षा बल के सिपाही मोहन सिंह की शहादत राजू बाई पर पहाड़ की तरह टूटी । वो तब गर्भवती थी । 3 साल का एक और बेटा भी था । घर कैसे संभलता, सरकार से भी खास मदद नहीं मिली । पेंशन ही एक मात्र सहारा थी, लेकिन उसमें भी परिवार का पेट भरना जरूरी था ।
जर्जर हो चला था मकान
राजू बाई की स्थिति बहुत खराब हो रही थी । इस बीच उन्हें शहीद समरसता मिशन के संस्थापक मोहन नारायण मिले । जिन्होने राजू बाई से वादा कि या कि उन्हें एक साल के भीतर पक्का घर बनाकर देंगे । इसके बाद मोहन नारायण ने ‘वन चेक-वन साइन’ नाम से अभियान चलाया और इसके जरिये लोगों से आर्थिक सहायता ली गई। कुछ दिनों में ही 11 लाख रुपये जमा हो गए। और राजू बाई के जर्जर मकान को पक्का बनाने का काम पूरा हुआ । 15 अगस्त के मौके पर राजू बाई को सम्मानित कर गृह प्रवेश कराया गया। इस नजारे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है ।
#WATCH Indore: Youth in Betma village presented new house y'day to wife of soldier Mohan Singh(who lost his life in 1992 in Assam).She had been living in 'kuccha' house till now. They also placed their hands on the ground in respect to help her enter the house for the first time pic.twitter.com/wp3mSM3lWZ
— ANI (@ANI) August 16, 2019