‘छोटे सरकार’ की गिरफ्तारी के लिये आधी रात को छापेमारी, सरकारी आवास छोड़ फरार विधायक

पुलिस टीम को छापेमारी के दौरान विधायक आवास से एक तलवार और सरकारी फोन मिला, जिसे जब्त कर लिया गया है।

New Delhi, Aug 18 : एके-47 रायफल और हैंड ग्रेनेड प्रकरण से मुश्किलों में घिरे बिहार के दबंग विधायक अनंत सिंह की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं, विधायक के खिलाफ सबूत जमा करने के बाद पुलिस टीम ने शनिवार देर रात उनके पटना स्थित सरकारी आवास पर गिरफ्तारी के लिये छापेमारी की, आवास के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली गई, लेकिन निर्दलीय विधायक अपने आवास पर नहीं मिले।

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पुलिस के हत्थे चढा एक वांटेड
इस पुलिसिया कार्रवाई में भले विधायक की गिरफ्तारी नहीं हो सकी हो, लेकिन पुलिस ने अनंत सिंह के एक साथी और पटना पुलिस के एक वांटेड अपराधी को गिरफ्तार कर लिया, पुलिस की टीम रात करीब 12 बजे अनंत सिंह के सरकारी आवास पर दबिश दी, टीम में एसटीएफ एसपी, सिटी एसपी समेत कई थानों की पुलिस शामिल थी, दबिश के दौरान अनंत सिंह के कई समर्थक भी उनके सरकारी आवास पर मौजूद थे, पुलिस ने करीब ढाई घंटे तक उनके आवास का चप्पा-चप्पा खंगाला, लेकिन विधायक नहीं मिले। पुलिस ने इस दौरान अनंत सिंह समर्थक छोटन सिंह को गिरफ्तार कर लिया, जो बाढ थाने का वांटेड अपराधी है।

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घर से मिला तलवार
पुलिस टीम को छापेमारी के दौरान विधायक आवास से एक तलवार और सरकारी फोन मिला, जिसे जब्त कर लिया गया है, सुबह करीब 4 बजे पुलिस टीम विधायक के आवास से निकली, इस दौरान ग्रामीण एसपी कांतेश मिश्रा ने जानकारी दी, कि विधायक अनंत सिंह को फरार घोषित किया गया है, उनकी गिरफ्तारी के लिये लगातार छापेमारी जारी है।

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घर से मिले हथियार
आपको बता दें कि निर्दलीय विधायक के फरार होने के बाद उनके आवास से सरकारी सुरक्षा कर्मी को हटा लिया गया है, हाल ही में पुलिस छापेमारी के दौरान विधायक के नदमां स्थित आवास से एके-47 और हैंड ग्रेनेड जैसे हथियार मिले, जिसके बाद से ही पुलिस लगातार विधायक को ढूंढ रही है।

नीतीश के खास रहे हैं
मालूम हो कि अनंत सिंह पहले जदयू में ही थे और सीएम नीतीश कुमार के खासमखास माने जाते थे, लेकिन 2015 विधानसभा चुनाव के ठीक पहले एक हत्याकांड में नाम आने के बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया, जिसके बाद उन्होने जेल से ही विधानसभा चुनाव लड़ा और निर्दलीय जीते, 2019 लोकसभा चुनाव में उनकी पत्नी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं।