बालाकोट हमले के बाद पाक में घुसकर युद्ध के लिये तैयार थी भारतीय सेना

जनरल रावत की टिप्पणी की व्याख्या करते हुए सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सेना प्रमुख ये कहना चाह रहे थे कि सेना युद्ध को पाक सीमा में ले जाने के लिये तैयार थी।

New Delhi, Aug 20 : बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ गया था, तब सेना प्रमुख बिपिन रावत ने सरकार के प्रमुख लोगों से कहा था कि सेना पाकिस्तान द्वारा किये जाने वाले किसी भी जमीनी हमले का मुंहतोड़ जबाव देने के लिये पूरी तरह से तैयार है, अब सेना के शीर्ष सूत्रों ने ये जानकारी दी है।

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तैयारियों के बारे में बताया था
सूत्रों का दावा है कि भारतीय सेना पाकिस्तान के साथ युद्ध के लिये तैयार थी, जिसमें पाकिस्तानी सीमा में घुसकर भी उन्हें मारने का प्लान था, पुलवामा आतंकी हमले के बाद सरकार जब हवाई हमले करने समेत तमाम विकल्पों पर विचार कर रही थी, तो सेना प्रमुख बिपिन रावत ने सरकार को अपने बल की तैयारियों के बारे में बताया था।

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सीमा में घुसकर युद्ध के लिये तैयार
सूत्रों ने बताया कि जनरल बिपिन रावत ने रिटायर हो रहे सैन्य अधिकारियों के एक समूह से बंद कमरे में बातचीत की थी, इस दौरान उन्होने कहा कि बालाकोट हमले के बाद भारतीय सेना पाक सेना द्वारा की जाने वाली किसी भी आक्रामकता से निपटने के लिये पूरी तरह से तैयार है।

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रावत के बयान की व्याख्या
जनरल रावत की टिप्पणी की व्याख्या करते हुए सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सेना प्रमुख ये कहना चाह रहे थे कि सेना युद्ध को पाक सीमा में ले जाने के लिये तैयार थी, सूत्रों ने कहा कि सितंबर 2016 में उरी आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने 11 हजार करोड़ रुपये के आयुध खरीद अनुबंधों को अंतिम रुप दिया था, उसे इसमें से 95 फीसदी मिल भी चुके हैं।

भारत-पाक के बीच गहमा-गहमी
पुलवामा हमले के जबाव में भारतीय वायुसेना ने पाक में घुसकर एयर स्ट्राइक किया था, बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी प्रशिक्षण केन्द्र पर बमबारी की गई थी, पाक ने इसके जबाव में पलटवार करते हुए भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, जिसमें उसके लड़ाकू विमान एफ-16 को भारत ने मार गिराया और उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।