दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल ने बदली रणनीति, पीएम मोदी के खिलाफ अपनाया ऐसा तरीका

एक समय मोदी और बीजेपी के खिलाफ खुलकर आवाज उठाने वाले दिल्ली के सीएम केजरीवाल अब ज्यादातर मुद्दों पर या तो चुप्पी साध लेते हैं।

New Delhi, Aug 20 : लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों और मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से ऑर्टिकल 370 और 35 ए हटाये जाने के फैसेले के बाद देश की राजनीतिक परिदृश्य बदल चुका है, इसका असर दूसरी राजनीतिक पार्टियों पर भी दिख रहा है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी समय रहते ही सचेत दिख रही है, वो प्रशांत किशोर की रणनीति से चल रही है, इसलिये उन्होने इस मामले का ना विरोध किया और ना ही समर्थन, तो एक समय बीजेपी और मोदी के खिलाफ लगातार बयानबाजी करने वाले अरविंद केजरीवाल भी अपनी रणनीति में बदलाव कर रहे हैं।

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दिल्ली विधानसभा चुनाव
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है, लोकसभा चुनाव में मिली हार तो एक बात है, केजरीवाल के लिये सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि उनके उम्मीदवार दिल्ली में भारी अंतर से हारे, सात में से पांच सीटों पर तो उनके उम्मीदवार कांग्रेस से भी पीछे हो गये, जिसके बाद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव के लिये रणनीति में बदलाव कर लिया है।

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आप के वोट शेयर में कमी
2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव में 54 फीसदी वोट के साथ 70 में से 67 सीटें जीतने वाली आप की हालत ऐसी हो गई है कि एक के बाद एक विधायक पार्टी छोड़ रहे हैं, तो कुछ को केजरीवाल खुद ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं, 2014 लोकसभा चुनाव में आप को 33 फीसदी वोट मिले थे, पार्टी सातों सीटों पर नंबर दो थी, लेकिन 2019 चुनाव में आप के वोट शेयर में भारी कमी आई, जबकि बीजेपी को 10 फीसदी ज्यादा वोट मिले, 2019 चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली में 57 फीसदी वोट हासिल किये।

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केजरीवाल ने बदली रणनीति
एक समय मोदी और बीजेपी के खिलाफ खुलकर आवाज उठाने वाले दिल्ली के सीएम अब ज्यादातर मुद्दों पर या तो चुप्पी साध लेते हैं, या फिर बीजेपी के स्टैंड से मिलता-जुलता ही अपनी पार्टी का भी स्टैंड बता देते हैं, हाल ही में अनुच्छेद 370 के मामले पर ही यही स्थिति रही, इसके अलावा व्यक्तिगत रुप से भी केजरीवाल में बड़ा बदलाव नजर आया है, आप संयोजक के जन्मदिन पर मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दी थी, जिस पर केजरीवाल ने उन्हें रिप्लाई करते हुए लिखा था शुभकामनाओं के लिये धन्यवाद प्रधानमंत्री सर।

हिंदू पहचान स्थापित करने की कोशिश
केजरीवाल अपनी हिंदू पहचान को लेकर भी सजग हो गये हैं, लोकसभा चुनाव परिणाम के 12 दिन बाद ही उन्होने स्वामी नारायण भगवान का अभिषेक कैप्शन के साथ ट्विटर पर अपनी तस्वीर पोस्ट की, इसके साथ ही पार्टी के ट्विटर हैंडल से डाले गये अभिषेक की दूसरी तस्वीरों को भी री-ट्वीट किया था, 4 जुलाई को ईद के मौके पर केजरीवाल ने अनमने ढंग से बगैर किसी तस्वीर की ईद की बधाई दी, कठुआ रेप केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया, लेकिन इसके बाद पहलू खान मॉब लिचिंग केस में कोर्ट के फैसले पर चुप्पी साध ली।