निगाहें 2022 पर, सीएम योगी ने पहले कैबिनेट विस्तार में साधे क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन

पहले मंत्रिमंडल विस्तार में यूपी के सभी क्षेत्रों का ध्यान रखा गया है, साथ ही युवा और अनुभवी चेहरों को भी तवज्जो दी गई है।

New Delhi, Aug 21 : योगी आदित्यनाथ ने पहली बार अपने कैबिनेट का विस्तार किया, जिसमें 18 नये चेहरों को शामिल किया गया है, जबकि 5 को प्रमोट किया गया है, अपने पहले विस्तार में सीएम योगी ने क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण को साधने की भरपूर कोशिश की है, कहा जा रहा है कि 2022 विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए योगी ने पूरा फेरबदल किया है।

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सभी क्षेत्रों का ध्यान
पहले मंत्रिमंडल विस्तार में यूपी के सभी क्षेत्रों का ध्यान रखा गया है, साथ ही युवा और अनुभवी चेहरों को भी तवज्जो दी गई है, इतना ही नहीं जाति के आधार पर भी सबको साधने की कोशिश की गई है, बीजेपी प्रवक्ता समीर सिंह ने बताया कि आज हुए मंत्रिमंडल विस्तार में सभी क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व दिया गया, युवा और वरिष्ठ नेताओं को भी शामिल कर संतुलन का पूरा ख्याल रखा गया है, इस विस्तार से संतुलित कैबिनेट तैयार हुई है।

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सभी क्षेत्रों की हिस्सेदारी
2017 में बीजेपी प्रचंड बहुत के साथ सत्ता में आई, तब सभी क्षेत्रों को हिस्सेदारी नहीं मिल पाई थी, तब योगी मंत्रिमंडल में आगरा, बुंदेलखंड, मुजफ्फरनगर, वाराणसी, बस्ती और कानपुर मंडलों में भारी जीत के बावजूद उन क्षेत्रों को उतना प्रतिनिधित्व नहीं मिला था, लेकिन इस बार पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर से कपिल देव अग्रवाल, चरथावल से विजय कश्यप, बुलंदशहर से अनिल शर्मा, आगरा कैंट से जीएस धर्मेश, फतेहपुर से चौधरी उदयभान सिंह, मैनपुरी से रामनरेश अग्निहोत्री को शामिल किया गया है, बुंदेलखंड से स्वतंत्र देव सिंह के इस्तीफे के बाद चित्रकूट से विधायक चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, कानपुर मंडल से नीलिमा कटियार, कमल रानी वरुण को शामिल किया गया है, बस्ती से सतीश द्विवेदी और वाराणसी से रविन्द्र जायसवाल को शामिल किया गया है।

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जातिगत साधने की भी कोशिश
सीएम योगी ने इस कैबिनेट विस्तार से जातिगत समीकरणों को भी साधने की कोशिश की है, 23 मंत्रियों में 6 ब्राह्मण, 4 क्षत्रिय, 4 वैश्य, 1 गुर्जर, 1 जाट, 1 लोधी और 1 मंत्री कश्यप बिरादरी से है, कहा जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ ने इस विस्तार के जरिये 2022 की तैयारी कर ली है।