‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ चिदंबरम के बेटे ने मोदी सरकार को कहा बुरा-भला, लगाए ऊल-जुलूल आरोप
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी के बाद उनके बेटे कार्ति चिदंबरम ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा । उन्होने इस कार्रवई को सरकार की बदले की कार्रवाई बताया ।
New Delhi, Aug 22 : गुरुवार को बड़े ही नाटकीय ढंग से दरे रात पी चिदंबरम गिरफ्तार किए गए । सीबीआई की विशेष टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया । चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया केस में आरोपी हैं । मामले में उनके बेटे कार्ति चिदंबरम ने सरकार पर जमकर गुस्सा उतारा है । उन्होने इसे राजनीतिक द्वेष, बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताया है । कार्ति गुरुवार को मीडिया से बात कर रहे थे और सरकार पर जमकर एक के बाद एक आरोप मढ़ रहे थे ।
मुद्दे से भटकाने की साजिश
कार्ति चिदंबरम ने कहा कि देश में इस वक्त धारा 370 को लेकर मामला गरमायसा हुआ था, विपक्ष इस मामले में एक्शन मोड में था । लेकिन मोदी सरकार ने इस बीच ये नया मामला खड़ा कर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश की है । धारा 370 और कश्मीर के हालात को लोग भूल जाएं, सरकार ने ऐसा इसलिए किया है ।
LIVE: Press briefing by @PChidambaram_IN , @KapilSibal , @DrAMSinghvi , @salman7khurshid & @vtankha on the persecution of Shri @PChidambaram_IN by the Modi Govt. https://t.co/QzHArODJzO
— Congress Live (@INCIndiaLive) August 21, 2019
राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई
कार्ति चिदंबरम ने पिता की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया, उन्होने कहा कि ये सब बदले की कार्रवाई है ।कार्ति ने मामले में पिता की ओर से सफाई देते हुए कहा कि उनका INX Media के साथ कोई जुड़ाव नहीं । उन्होने कहा – ‘ये मामला बेबुनियाद है। ये कथित मामला साल 2008 का है, जिसके लिए साल 2017 में एक प्राथमिकी दर्ज की गई। मेरे यहां चार बार छापामारी हुई। मुझे 20 बार तलब किया गया। मैं प्रत्येक समन में कम से कम 10-12 घंटे उपस्थित हुआ हूं । मैं 11 दिनों के लिए सीबीआई के हिरासत में भी रहा। मेरे साथ जुड़े हुए हर व्यक्ति को तलब किया गया है और उनसे पूछताछ की गई है। इसके बाद भी हमारे पास कोई चार्जशीट नहीं है। सच्चाई ये है कि ये मामला बेबुनियाद है। मेरा INX Media के साथ कोई जुड़ाव नहीं है।’
सरकार ईमानदार नहीं : कार्ति
पिता की गिरफ्तारी पर कार्ति ने कहा कि – ‘ये गिरफ्तारी टीवी के रियलिटी शो की तरह प्रतीत होरहा है। इस तरह के नाटक का कोई कारण नहीं है। मामले की ईमानदारी से जांच नहीं हुई। मामला अभी भी एक एफआईआर के चरण में है। 2008 में हुए इस घटना का अभी तक चार्जशीट नहीं हुआ है। इसे लेकर एफआईआर 2017 में दर्ज की गई थी।’ उन्होने दावा किया कि जो अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं वो जानते हैं कि ये फर्जी केस है, लेकिन किसी में हिम्मत नहीं कि वह ऐसा कह सके । कार्ति ने कहा कि इस मामले की जांच कभी खत्म नहीं होगी। यह उत्पीड़न का सबसे बड़ा कारण है।
न्याय पालिका पर पूरा भरोसा
दिल्ली हाई कोर्ट के 20 अगस्त के फैसले पर कार्ति ने कहा – ‘यदि आप 20 अगस्त, 2019 के फैसले पर भरोसा कर रहे हैं, तो मैं केवल सम्मानपूर्वक कहूंगा कि आप 23 मार्च, 2018 के दिल्ली उच्च न्यायालय के जज आरएस गर्ग के फैसले को पढ़ें। यह उसी मामले और समान तथ्यों से संबंधित है।’ उन्होंने कहा, ‘हम इस मामले में कानूनी प्रक्रिया अपनाएंगे। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। मुझे बहुत खुशी है कि पूरी कांग्रेस पार्टी हमारे साथ है। मैं विशेष रूप से हमारे समर्थन में आने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम इसे राजनीतिक और कानूनी रूप से एक साथ जीतेंगे।’