अरुण जेटली का निधन कैंसर की वजह से नहीं हुआ, एम्‍स के डॉक्‍टर्स ने बताई ये वजह

कई बार डायलिसिस के बाद साल 2018 में एम्स में ही उनकी किडनी ट्रांसप्‍लांट की गई । 6 महीने तक जेटली की सेहत में सुधार रहा लेकिन उसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी ।

New Delhi, Aug 26 : NDA सरकार में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली का लंबे समय से चली आ रही गंभीर बीमारी के कारण शनिवार को निधन हो गया । वो अभी 67 साल के थे । जेटली पिछले कुछ सालों से कई तरह की बीमारियों से गुजर रहे थे, लेकिन धीरे-धीरे कर समस्‍याओं ने विकराल रूप ले लिया और आखिरकार उन्‍होने देह को त्‍याग दिया । मधुमेह, मोटापा, गुर्दा, कैंसर, पेट और फेफड़े से जुड़े रोगों का वो सामना करते रहे ।

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इस वजह से रुक गईं सासें
एमस के डॉक्‍टर्स ने बताया कि निधन से पहले अरुण जेटली को दो बार हार्ट अटैक आया था । इसीवजह से उनकी सांसे रुक गईं । जेटली 9 अगस्‍त से एम्‍स में भर्ती थे और लाइफसपोर्ट सिस्‍टम पर थे । उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था । आपको बता दें इससे पहले जेटली आंतों में रक्तस्त्राव होने के कारण काफ बीमार रहे । साल 2014 में जेटली ने एम्स में गैस्ट्रो यानि पेट से जुड़ा एक ऑपरेशन कराया । जिसके बाद उनका वजन भी काफी कम हो गया था ।

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परहेज कर रहे थे जेटली
ऑपरेशन के बाद से ही डॉक्टरों ने उन्‍हें सेहत को लेकर खास सतर्क रहने के लिए कहा था । वो संतुलित आहार लेते थे, खाने-पीने में परहेज भी करते थे । सात्विक भोजन के लिए उनका टिफन बाकायदा घर से बनकर वित्त मंत्रालय और सदन तक आता था। बावजूद इसके 2017 में उन्हें किडनी से जुड़ी तकलीफ शुरू हो गई । कई बार डायलिसिस के बाद साल 2018 में एम्स में ही उनकी किडनी ट्रांसप्‍लांट की गई । 6 महीने तक जेटली की सेहत में सुधार रहा लेकिन उसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी ।

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2018 में कैंसर का पता चला
2018 में ही डॉक्‍टर्स को पता चला कि उन्‍हें फेफड़े में एक प्रकार के कैंसर हो गया है । इसके बाद जनवरी में न्यूयॉर्क के डॉक्टरों से ऑपरेशन भी कराया गया, लेकिन उनकी सेहत लगातार बिरती चली गई । उनका घटता वजन चिंता का विष्‍य था । बीते 9 अगस्‍त को उन्‍हें सांस लेने में दिक्‍कत के बाद एम्‍स भर्ती कराया , जहां उनके फेफड़ों में पानी भरने की बात बताई गई । लेकिन इसके बाद उनकी सेहत बिगड़ती ही चली गई, उन्‍हें लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम पर डालना पड़ा । जहां से वो वापस नहीं लौट पाए ।