दुनिया का सबसे घातक हथियार ‘अपाचे’ अब हिंदुस्‍तान के पास, जानें क्‍यों  थर-थर कांप रहा है पाकिस्‍तान

हेलीकॉप्टर की सेमी स्टेल्थ टेक्नोलॉजी और कम ऊंचाई पर उड़ान भरने की क्षमता के कारण ऐसा करने में ये सखम है, इसके अलावा इसमें अत्याधुनिक लांगबो रडार लगा हुआ है जिससे यह भारतीय नौसेना के लिए भी मददगार साबित होगा।

New Delhi, Sep 03: दुनिया का सबसे घातक हथियार, अपाचे हेलीकॉप्‍टर भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल हो गया है ।  कुल 8 अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर आज भारतीय वायुसेना में आधिकारिक रूप से शामिल कर लिए गए। पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर भारतीय वायुसेना ने औपचारिक रूप से इन्‍हें बेड़े में शामिल किया । आने वाले दिनों में ऐसे कुल 22 हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना में शामिल होंगे। ये हैलीकॉप्‍टर अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग ने तैयार किए हैं ।

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2022 तक 22 अपाचे होंगे शामिल
5 साल पहले भारत ने अमेरिका के साथ 22 अपाचे हेलीकॉप्टर का करार किया था । पहली खेप के रूप में आज 8 अपाचे हेलीकॉप्‍टर पठानकोट बेस में पहुंच गए हैं, 2022 तक सभी 22 अपाचे हेलीकॉप्टर वायुसेना के बेड़े में शामिल हो जाएंगे । आपको बता दें भारत और अमेरिका की कंपनी बोइंग के साथ ये करार सितंबर 2015 में हुआ था, सौदे की कुल राशि 9600 करोड़ है। एएच-64ई अपाचे दुनिया के सबसे उन्नत लड़ाकू हेलीकॉप्टरों में से एक हैं, इसका इस्‍तेमाल अमेरिका सेना करती है।

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खूबियां हैं कई
अपाचे की खूबियां ही इसकी ताकत है, यही वजह है कि पड़ोसी मुल्‍क पाकिसतान रश्‍क कर रहा है । भारत के पास इस हेलीकॉप्‍टर का होना उसके गले नहीं उतर रहा है । अपाचे बेहद कम ऊंचाई से हवाई और जमीनी हमले में सक्षम है । अपाचे 280 किमी प्रतिघंटे की अधिकतम रफ्तार से उड़ान भर सकता है । इसमें 16 एंटी टैंक एजीएम-114 हेलफायर मिसाइल छोड़ने की क्षमता है । इसके अलावा अपाचे 30 मिलीमीटर की दो गन से लैस है जिनमें एक बार में  1,200 गोलियां भरी जाती हैं ।

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रडार की पकड़ में आना मुश्किल
अपाचे हेलीकॉप्टर को रडार पर आसानी से नहीं पकड़ा जा सकता । हेलीकॉप्टर की सेमी स्टेल्थ टेक्नोलॉजी और कम ऊंचाई पर उड़ान भरने की क्षमता के कारण ऐसा करने में ये सखम है, इसके अलावा इसमें अत्याधुनिक लांगबो रडार लगा हुआ है जिससे यह भारतीय नौसेना के लिए भी मददगार साबित होगा। अपाचे को लेजर, इंफ्रारेड और नाइट विजन सिस्टम से लैस किया गया है । ये अंधेरे में भी दुश्मनों का काम तमाम कर सकता है।

युद्ध में कामयाब साबित हुआ है अपाचे
आपको बता दें बोइंग ने पूरी दुनिया में अब तक 2200 से ज्‍यादा अपाचे हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति की है, भारत 14वां ऐसा देश है, जिसने इसे अपनी वायुसेना के लिए चुना है। अमेरिका के अलावा ये हेलीकॉप्‍टर ब्रिटेन, इस्राइल, नीदरलैंड्स, सऊदी अरब, जापान और मिस्र की वायुसेना में इस्तेमाल हो चुका है । अमेरिका की ओर से इस हेलीकॉप्टर का भरपूर इस्तेमाल इराक और अफगानिस्तान में किया गया, इजरायल भी गाजा में इसी हेलीकॉप्टर के दम पर अपने दुश्मनों पर कहर ढाता रहा है। अपाचे, वॉर जोन में लड़ाई के समय अब तक फेल नहीं हुआ है ।