विदेश से लौटकर शुरु की IAS की तैयारी, बिना कोचिंग क्रैक किया एग्जाम, दिलचस्प है संघर्ष की गाथा

अनुकृति ने बताया कि इस फैसले के बाद घर वालों को समझाना काफी मुश्किल था, हालांकि थोड़ा समय लगा लेकिन सभी मान गये।

New Delhi, Sep 03 : साल 2017 में यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में जयपुर की अनुकृति शर्मा ने 355वां रैंक हासिल किया था, अनुकृति कभी सिविल सेवा में नहीं जाना चाहती थी, वो उच्च शिक्षा के लिये विदेश चली गई थी, लेकिन तभी एक दिन उनकी जिंदगी में ऐसा मोड़ आया, कि उन्होने सबकुछ छोड़कर इस फिल्ड में आगे बढने का फैसला लिया, अनुकृति ने बिना कोचिंग ही इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल की।

Advertisement

सिविल सेवा में आने का फैसला
मालूम हो कि अनुकृति ने जयपुर के इंडो भारत इंटरनेशनल स्कूल से इंटर कंप्लीट की, इसके बाद अनुकृति ने साल 2012 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च कोलकाता से बीएसएमएस (जियोलॉजिकल साइंसेज) में स्नातक किया है, इसके बाद उन्होने नेट क्रैक किया, और यूएस की यूनिवर्सिटी से आगे पढाई करने चली गई, लेकिन तभी उनकी जिंदगी में ऐसा बदलाव आया, कि उन्होने सिविल सेवा में आने का फैसला लिया।

Advertisement

अनुकृति को ऐसे आया ख्याल
अनुकृति ने मीडिया से एक किस्सा साझा करते हुए बताया कि हमारे यहां एक भईया चाय की दुकान लगाते थे, जिनकी बेटी सिर्फ 14 साल की थी, तभी उसकी शादी कर दी गई थी, मुझे एहसास हुआ कि इस बच्ची की तुलना में मुझे तो काफी सुविधाएं मिलती है, जो करना चाहती हूं, वो कर सकती हूं, जहां जाना चाहती हूं, वहां जा सकती हूं, फिर मुझे लगा कि ऐसे लोगों के लिये कुछ करना चाहिये, जिन्हें बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पाती, इसके बाद मेरे मन में सिविल सेवा में जाने का आइडिया आया, जिसके बाद मैंने अपने टीचर से फोन पर बात की।

Advertisement

विदेश से लौटकर शुरु की तैयारी
हालांकि कुछ समय बाद ही उन्होने यूपीएससी का आइडिया ड्राप कर दिया, फिर डेढ साल बाद उन्हें एहसास हुआ कि वो नहीं करना चाहती, जिसके बारे में उन्होने पहले सोचा था, उन्हें लगका कि वो लोगों के लिये या समाज के लिये कुछ करना चाहिये, जिसके लिये सिविल सेवा ही माध्यम है, ऐसे में वहां से आना और सबकुछ छोड़कर यूपीएससी की तैयारी में लग जाना बहुत बड़ा फैसला था।

घर वालों ने किया सपोर्ट
अनुकृति ने बताया कि इस फैसले के बाद घर वालों को समझाना काफी मुश्किल था, हालांकि थोड़ा समय लगा लेकिन सभी मान गये, आज नतीजा सबके सामने है, अब सब खुश हैं। अनुकृति ने टिप्स देते हुए कहा कि जब भी आपको लगके कि सिविल सेवा की तैयारी करनी है, तो घबराइये मत, क्योंकि बहुत से ऐसे लोग हैं, जो इसके लिये नौकरी छोड़ते हैं, या फिर कैंपस प्लेसमेंट छोड़ देते हैं, ऐसे में अगर आपको सफलता नहीं मिल रही, तो हताश होने की जरुरत नहीं है, बल्कि धैर्य रखिये, और सोचिये कि मैं यहां क्यों हूं, ये आपको बहुत मोटिवेट करेगा और आप दोबारा उठ खड़े होंगे।