चिदंबरम के बाद जांच एजेंसी के हत्थे चढे एक और कांग्रेस नेता, 6 साल में बढी इतने अरब की संपत्ति

नोटबंदी के बाद शिवकुमार आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर थे, 2 अगस्त 2017 को शिवकुमार के घर और ऑफिसों पर छापेमारी की गई थी।

New Delhi, Sep 04 : पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बाद अब कांग्रेस के एक और अरबपति नेता जांच एजेंसी के शिकंजे में हैं, कर्नाटक के कद्दावर नेता डीके शिवकुमार को मनी लांड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है, गिरफ्तारी के बाद शिवकुमार की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, डीके शिवकुमार अपनी गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बदले की कार्रवाई बता रहे हैं।

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बार-बार बुलाने पर भी नहीं पहुंचे
ईडी ने 4 बार पूछताछ के बाद डीके शिवकुमार को गिरफ्तार किया है, ईडी के अनुसार कांग्रेस नेता पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला 2017 से चला आ रहा है, डीके शिवकुमार ने ईडी की गिरफ्तारी से बचने के लिये कर्नाटक हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी भी दाखिल की थी, लेकिन कोर्ट ने उनकी अर्जी खारिज कर दी थी, ईडी के बार-बार नोटिस भेजने के बावजूद वो पेश नहीं हो रहे थे, शुक्रवार को पहली बार वो ईडी के सामने पेश हुए थे।

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किस मामले में फंसे कांग्रेस नेता
नोटबंदी के बाद शिवकुमार आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर थे, 2 अगस्त 2017 को शिवकुमार के घर और ऑफिसों पर छापेमारी की गई थी, शिवकुमार के दिल्ली स्थित सफदरजंग बंगले में 11 करोड़ रुपये कैश मिले थे, जिसके बाद आयकर विभाग ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था, साथ ही उनके 4 सहयोगियों को भी आरोपी बनाया गया था, आयकर विभाग के चार्जशीट के बाद शिवकुमार के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था।

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इतने अरब की संपत्ति
डीके शिवकुमार सबसे अमीर राजनेताओं में से एक हैं, 2019 लोकसभा चुनाव में दाखिल हलफनामे के अनुसार उन्होने अपनी परिवार की कुल संपत्ति 840 करोड़ रुपये घोषित की थी, जो कि 6 साल पहल 2013 विधानसभा चुनाव में 251 करोड़ रुपये थी, यानी 6 साल में उनकी संपत्ति करीब 600 करोड़ रुपये बढ गई।