राहुल गांधी से लेकर मायावती तक ISRO वैज्ञानिकों के साथ, सोनिया गांधी ने पत्र में लिखी बड़ी बात

पूरे देश को इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व है, इसरो की पूरी टीम ने अद्भुत काम किया। सोनिया गांधी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि एक दिन हम चांद पर जरूर पहुंचेंगे ।

New Delhi, Sep 07: चंद्रयान 2 का चांद की सतह पर पहुंचने से पहले ही संपर्क से टूट जाना इसरो वैज्ञानिकों के लिए बेहद दुखद रहा । हालांकि क्रैश लैंडिंग की कोई जानकारी अभी तक उपलब्‍ध नहीं हो पाई है, ऐसे में मिशन से पूरी तरह हताश होने जैसी बात नहीं है । मिशन सफल नहीं रहा लेकिन इसे असफलता की श्रेणी में भी नहीं रखा जा सकता । बहरहाल भारतीय वैज्ञानिकों को पूरी टीम के लिए इस मिशन के लिए हताश ना होने के लिए संदेश आ रहे हैं । प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने गले लगाकर इसरो चीफ का जहां हौसला बढ़ाया वहीं विपक्ष से भी अब ऐसे ही संदेश वैज्ञानिकों तक पहुंच रहे हैं ।

Advertisement

सोनिया गांधी का पत्र
कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने इसरों वैज्ञानिकों के नाम संदेश दिया, उनके संदेश को पत्र के रूप में कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्‍ट किया है । उन्‍होने लिखा – देश इसरो के वैज्ञानिकों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि इसरो ने 115 सफल अंतरिक्ष मिशन को अंजाम दिया है, हम इसरो और उनके वैज्ञानिकों के कर्जदार हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि पूरे देश को इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व है, इसरो की पूरी टीम ने अद्भुत काम किया। सोनिया गांधी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि एक दिन हम चांद पर जरूर पहुंचेंगे ।

Advertisement

Advertisement

राहुल गांधी का ट्वीट
वहीं राहुल गांधी ने भी इस मौके पर ट्वीट कर इसरो वैज्ञानिकों की हिम्‍मत बढ़ाई । उन्‍होने लिखा – चंद्रयान 2 मून मिशन पर उनके अविश्वसनीय काम के लिए टीम को #ISRO को बधाई। आपका जुनून और समर्पण हर भारतीय के लिए एक प्रेरणा है। आपका काम व्यर्थ नहीं है। इसने कई और पथ तोड़ने और महत्वाकांक्षी भारतीय अंतरिक्ष मिशनों की नींव रखी है।

मायावती ने भी बढ़ाया हौसला
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ट्वीट कर इसरो वैज्ञानिकों को बधाई दी, उन्‍होने लिखा – चाँद पर कदम रखने के लिए चन्द्रयान-2 मिशन ने समस्त भारतीय जनमानस को रोमांचित किया है। इस सम्बंध में भारतीय वैज्ञानिकों खासकर ’इसरो’ के वैज्ञानिकों ने अबतक जो भी सफलता प्राप्त की है वह गर्व करने लायक है व उसकी सराहना की जानी चाहिए। मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा – साथ ही, आगे बढ़ते रहने के लिए यह जरूरी है कि निराशा, हताशा व दुःखी कतई न हों और यह भी याद रहे कि ’गिरते हैं शहसवार मैदान-ए-जंग में, वह तिफ्ल (बच्चा) क्या गिरे जो घुटनों के बल चले’। वैज्ञनिकों को देशहित में काम करते रहने के लिए उनके हौंसले बढ़ाते रहने की जरूरत है।