मोदी की तारीफ पर शशि थरुर बोले, जिंदगी भर के लिये कांग्रेस में नहीं, फिर सुधारी ‘भूल’

पूर्व केन्द्रीय मंत्री और तिरुवनंतपुरम सांसद ने ये भी दावा किया कि लोकसभा चुनाव परिणाम से ये स्पष्ट है कि देश की 60 फीसदी से ज्यादा मतदाता बीजेपी की विचारधारा से सहमत नहीं है।

New Delhi, Sep 10 : पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरुर ने सोमवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली हार के बावजूद कांग्रेस को समावेशी भारत के अपने विचार को चुनावी लाभ के लिये नहीं छोड़ना चाहिये, इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा कि वो पूरे जीवन के लिये कांग्रेस में नहीं आये हैं।

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मोदी की तारीफ
आपको बता दें कि शशि थरुर पहले भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कई मौकों पर कर चुके हैं, उनके इस बयान के बाद एक बार फिर से लोगों ने कुछ और ही अनुमान लगाना शुरु कर दिया, हालांकि उन्हें खुद भी इस बात का एहसास हुआ, जिसके बाद उन्होने तुरंत अपनी भूल को सुधारा।

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बीजेपी की विचारधारा से सहमत नहीं
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और तिरुवनंतपुरम सांसद ने ये भी दावा किया कि लोकसभा चुनाव परिणाम से ये स्पष्ट है कि देश की 60 फीसदी से ज्यादा मतदाता बीजेपी की विचारधारा से सहमत नहीं है, कांग्रेस के एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होने कहा कि मेरा ये मानना है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को करीब 37 फीसदी वोट मिली, यानी 60 फीसदी से ज्यादा वोटर ऐसे हैं, जो उनसे सहमत नहीं हैं, भारत को बहुसंख्यकवादी देश बनते नहीं देखना चाहते, कांग्रेस समावेशी भारत और सभी के लिये काम करने में विश्वास रखती है, यही बात उसे बीजेपी से अलग बनाती है।

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करियर के लिये कांग्रेस में नहीं आया
शशि थरुर ने आगे बोलते हुए कहा कि कांग्रेस को अपने सिद्धांत पर अडिग रहना चाहिये, भारत सबके लिये है, वो इस बात को 130 सालों से कहती आ रही है। मैं राजनीतिक करियर के लिये कांग्रेस में नहीं आया, मैं कांग्रेस में इसलिये आया, क्योंकि ये समावेशी भारत के विचार को आगे बढाने का सबसे प्रमुख माध्यम है, इन विचारों को सिर्फ एक सीट या पांच फीसदी वोट के लिये नहीं छोड़ा जा सकता, क्योंकि आखिर में यही सवाल होगा, कि हमारा रुख क्या है।