पाकिस्तानी संसद में शर्मनाक वाकया, इमरान के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी, जमकर चले लात-घूंसे, वीडियो

वीडियो देखने के लिये नीचे स्क्रॉल करें
संसद में जब लात घूंसे चल रहे थे, तो वहां पाक के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सभी सेनाध्यक्ष भी मौजूद थे।

New Delhi, Sep 13 : पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की संसद मजलिस-ए-शूरा में गुरुवार को संयुक्त अधिवेशन चल रहा था, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी सदन को संबोधित कर रहे थे, उनके संबोधन के कुछ देर बाद ही पूरे संसद में जोर-जोर से नारेबाजी होने लगी, ये नारेबाजी पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के खिलाफ हो रही थी, विपक्षी पार्टियों की इस नारेबाजी को देखते ही सत्तारुढ पीटीआई के सांसद भी आक्रामक हो गये, जिसके बाद वो नारेबाजी कर रहे सांसदों के खिलाफ धक्का-मुक्की करने लगे, इस दौरान एक महिला सांसद के खिलाफ भी धक्का-मुक्की की घटना हुई, जिसके बाद हंगामा थमने के बजाय और ज्यादा बढ गया।

Advertisement

एक-दूसरे पर चलाये लात-घूंसे
पाक की संसद में विपक्ष के सांसदों में वेल में आकर पीएम इमरान खान के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी की, विपक्षी नेताओं ने गो नियाजी गको के नारे लगाये, इस अधिवेशन में शाम 5 बजे जैसे ही राष्ट्रपति का संबोधन शुरु हुआ, सदन में इमरान के खिलाफ नारेबाजी होने लगा, जिसके बाद इमरान की पार्टी और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सांसदों ने एक-दूसरे पर जमकर लात घूंसे चलाये।

Advertisement

सब बने रहे मूकदर्शक
संसद में जब लात घूंसे चल रहे थे, तो वहां पाक के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सभी सेनाध्यक्ष भी मौजूद थे, ये अधिवेशन पीएम इमरान खान ने अपनी सरकार के एक साल पूरा होने पर बुलाया था, विपक्षी नेताओं ने इमरान खान को आर्थिक, रक्षा और विदेशी मामलों समेत सभी मोर्चों पर फेल बताया, पाकिस्तानी पत्रकार नायला इनायत ने इस हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर ट्वीट किया है।

Advertisement

गो नियाजी गो नारे के पीछे की कहानी
दरअसल इमरान खान का पूरा नाम इमरान अहमद खान नियाजी है, गो नियाजी गो कहने के पीछे एक बड़ी वजह ये है कि इमरान की तुलना जनरल नियाजी से की जा रही है, जनरल नियाजी ही वो शख्स था, जिसकी अगुवाई में पाक बांग्लादेश में भारत के खिलाफ युद्ध लड़ रहा था, जिसमें पाक को मुंह की खानी पड़ी थी, भारत ने दुनियाभर में अपनी ताकत का लोहा मनवाया था, इसी युद्ध के बाद पाक के दो टुकड़े हुए थे, बांग्लादेश अलग राष्ट्र बना था, 1971 में हुए इस युद्ध में जनरल नियाजी को करीब 92 हजार सैनिकों के साथ भारतीय फौज के सामने आत्मसमर्पण करना पड़ा था, इस घटना को पाकिस्तानी अपने इतिहास का काला अध्याय मानते हैं।

Advertisement

https://twitter.com/rose_k01/status/1172170797034524673