राम मंदिर पर सुब्रमण्यम स्वामी का बड़ा बयान, बता दिया कब शुरु होगा निर्माण

बीजेपी राज्यसभा सांसद ने कहा कि राम मंदिर के आस-पास की अधिकांश जमीन सरकार के पास है, सरकार जमीन किसी को भी दे सकती है, सब कुछ प्री-फैब्रिकेटेड है।

New Delhi, Sep 15 : सर्वोच्च न्यायालय में राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद मामले की सुनवाई जारी है, इसी कड़ी में रविवार को बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी रामलला के दर्शन के लिये पहुंचे, स्वामी ने रामलाल का दर्शन और पूजन किया, इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होने दावा किया, कि नवंबर बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरु हो जाएगा, हिंदूओं का मूलभूत अधिकार मुसलमानों की संपत्ति के अधिकार से ऊपर है, उन्होने कहा कि मुसलमानों का केवल साधारण अधिकार है, सुप्रीम कोर्ट भी कहता है, कि मूलभूत अधिकार सर्वोपरि है।

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नवंबर बाद देश खुशियां मनाएंगा
बीजेपी राज्यसभा सांसद ने कहा कि राम मंदिर के आस-पास की अधिकांश जमीन सरकार के पास है, सरकार जमीन किसी को भी दे सकती है, सब कुछ प्री-फैब्रिकेटेड है, सिर्फ भव्यता देनी है, स्वामी के मुताबिक नवंबर के बाद देश खुशियां मनाएगा, सुब्रमण्यम स्वामी के समर्थकों ने जय श्रीराम के नारे लगाये, दरअसल स्वामी अपने जन्मदिन के अवसर पर अयोध्या के कांची मठ में हवन पूजन के लिये पहुंचे थे, वहीं पर कारसेवक पुरम की गौशाला में गौ सेवा भी किया।

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अखाड़ा का तर्क
अखाड़ा ने सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 न्यायधीशों की संविधान पीठ को कहा था कि कब्जा पूरी तरह उनका है, क्योंकि साल 1934 के दंगों के बाद 1949 तक मुस्लिमों को सिर्फ शुक्रवार की नमाज पढने की इजाजत थी, वो भी पुलिस संरक्षण में, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अखाड़ा को विवादित 2.77 एकड़ राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि का एक तिहाई आवंटित किया था, हिंदू संगठन ने कहा था कि पुलिस संरक्षण में शुक्रवार को नमाज पढना अखाड़ा के कब्जे की कानूनी प्रकृति में बदलाव नहीं लाएगा।

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कोर्ट में बोले मुस्लिम पक्षकार
सुप्रीम कोर्ट में सुन्नी वक्फ बोर्ड और मूल याचिकाकर्ता एम सिद्दीकी समेत अन्य की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने ये कहते हुए हलफनामे का विरोध किया था कि मुस्लिमों ने इसलिये नमाज नहीं पढी, क्योंकि उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई, इस पर पीठ ने कहा कि अखाड़ा गैरकानूनी काम नहीं कर सकते, फिर उससे लाभ हासिल करना चाहते हैं, अगर आप अवैध काम नहीं भी करते हैं, तो भी आप दूसरों के अवैध कार्यों से फायदा नहीं उठा सकते।