क्या विधानसभा चुनावों में ईवीएम की जगह होगा मत पत्रों का इस्तेमाल, चुनाव आयोग ने दिया ऐसा जबाव

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि पार्टियां ईवीएम के मुद्दे को उठाती रही है, हमें उन्हें विनम्रता और दृढता से कहा है कि मत पत्र अब इतिहास हो चुका है।

New Delhi, Sep 19 : इलेक्शन कमीशन ने अगले महीने होने वाले महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावे में मत पत्रों के इस्तेमाल किये जाने से इंकार करते हुए कहा कि अब ये इतिहास हो गये हैं, इसके साथ ही ईवीएम का बचाव करते हुए उन्होने कहा कि इन मशीनों से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती, मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के बाद मीडियाकर्मियों से ये भी कहा, कि विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चुनावी खर्च की सीमा में फिलहाल बदलाव नहीं हो सकता, आपको बता दें कि शिवसेना और एनसीपी जैसी पार्टियों ने प्रति उम्मीदवार चुनावी खर्च की सीमा मौजूदा 28 लाख से बढाने की मांग की थी।

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ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं
सुनील अरोड़ा ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों में ज्यादा केन्द्रीय सशस्त्र बल तैनात किये जाएंगे, कांग्रेस और एनसीपी समेत कुछ विपक्षी दलों ने ईवीएम के इस्तेमाल को लेकर आपत्ति जताई थी, इस पर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि पार्टियां ईवीएम के मुद्दे को उठाती रही है, हमें उन्हें विनम्रता और दृढता से कहा है कि मत पत्र अब इतिहास हो चुका है, मैं आपसे कह सकता हूं, कि ईवीएम से कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकती।

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अन्य मशीनों से हटकर है
चुनाव आयुक्त ने आगे बोलते हुए कहा कि ये किसी अन्य मशीन जैसे आपकी घड़ी या गाड़ी की तरह खराब हो सकती है, लेकिन इससे छेड़छाड़ नहीं हो सकता, ये अन्य मशीनों से हटकर है, सुनील अरोड़ा ने कहा कि यहां तक सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम से जुड़े मुद्दे पर अपने फैसलों में एक तरह से इस बात को बरकरार रखा है।

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दिवाली का त्योहार
अगले महीने दिवाली का त्योहार है, इसे लेकर कुछ राजनीतिक दलों ने विशेष तारीख की मांग किये जाने पर अरोड़ा ने कहा कि चुनाव आयोग चुनाव कार्यक्रम तैयार करने से पहले विभिन्न कारकों पर विचार करता है, सभी दलों ने अगले महीने मनाई जाने वाली दिवाली के त्योहार के बारे में कहा है, और विभिन्न तारीखों की जिक्र किया है।