Opinion- योगी जी, चिन्मयानंद दाग नहीं, कोढ़ और कलंक बन कर उपस्थित है

यह ठीक है कि कमल कीचड़ में ही खिलता है। लेकिन ज़्यादा कीचड़ कई बार दलदल में तब्दील हो जाता है। सो योगी जी कीचड़ को दलदल में तब्दील होने के पहले दुराचारी चिन्मयानंद को जेल भेजने में फुर्ती दिखाइए।

New Delhi, Sep 20 : तब उन्नाव था , अब शाहजहांपुर है। उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री आदित्यनाथ योगी एक बार फिसल रहे हैं। दुराचारी चिन्मयानंद को संरक्षण दे कर। जैसे कभी उन्नाव के कुलदीप सिंह सेंगर को वह बचाते रहे थे। सेंगर जेल गया जब योगी की भरपूर छीछालेदर हो गई। जाएगा यह चिन्मयानंद भी पर योगी सरकार की भरपूर थुक्का फज़ीहत करवा कर। योगी जी जान लीजिए भ्रष्टाचार सिर्फ आर्थिक ही नहीं , नैतिक भी होता है। किसी भी मुख्य मंत्री का शासन उस के इकबाल और धमक से चलता है। जैसे कभी भाजपा के कल्याण सिंह का चलता था। जैसे कभी कानून व्यवस्था के मामले में मायावती का चलता था। जैसे आज नरेंद्र मोदी और अमित शाह का चल रहा है।

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यह ठीक है कि कमल कीचड़ में ही खिलता है। लेकिन ज़्यादा कीचड़ कई बार दलदल में तब्दील हो जाता है। सो योगी जी कीचड़ को दलदल में तब्दील होने के पहले दुराचारी चिन्मयानंद को जेल भेजने में फुर्ती दिखाइए। लड़की द्वारा एफ़ आई आर दर्ज करवाते ही चिन्मयानंद को फौरन जेल भेजना था। कड़ी धाराओं के तहत। अब तो सारे देश ने चिन्मयानंद का नग्न हो कर तेल मालिश करवाने का वीडियो देख लिया है । न देखा हो तो आप भी फौरन से पेश्तर देख लीजिए। ठीक है कि वीडियो पुराना है। यह भी मान लेते हैं कि उस लड़की ने चिन्मयानंद से 5 करोड़ रुपए लेने खातिर ब्लैकमेल करने के इरादे से यह वीडियो अपने चश्मे में कैमरा लगा कर बनाया। लेकिन क्या इतने भर से चिन्मयानंद के अपराध और अय्यासी पर पानी पड़ जाता है ? बिलकुल नहीं। चिन्मयानंद का पुराना रिकार्ड भी इस मामले में बहुत ख़राब है। लोग भूल गए हैं पर मुझे याद है सात साल पहले लगभग यही बरसात थी 2012 में जब शाहजहांपुर की ही साध्वी चिदार्पिता भी चिन्मयानंद पर दुराचार का आरोप लगा कर घूम-घूम कर रोई थी ।

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साध्वी चिदार्पिता ख़बर और मसाला तो बनी पर इस अपराधी चिन्मयानंद का बाल भी बांका नहीं हुआ। और अब यह लड़की। ऐसी रोती हुई लड़कियों और चिन्मयानंद की अय्यासी की घटनाएं बहुत हैं । कुछ सामने आई हैं , ज़्यादातर नहीं। रहा होगा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री यह चिन्मयानंद। पर जब केंद्रीय गृह मंत्री चिदंबरम जेल जा सकता है तो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहा चिन्मयानंद क्यों नहीं जा सकता। कानून के हाथ तो लंबे होते हैं , यह बचेगा नहीं। पर योगी जी कानून के पांव बहुत छोटे कर दिए हैं आप ने इस दुराचारी के आगे। कानून के पांव लंबे कीजिए और इसे रपट कर फौरन जेल भेजिए। उत्तर प्रदेश की पुलिस के पांव में बंधी बेड़ियां खोल दीजिए। बाकी जो करना होगा अदालत कर लेगी। निरपराध होगा तो छूट जाएगा , नहीं आशाराम की तरह जेल में ही तेल मालिश करवाता रहेगा।

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वैसे कांग्रेसी दिग्विजय सिंह के बयान पर भी तरस आता है। दिग्विजय सिंह जी, वीडियो फिर से देख लीजिए चिन्मयानंद ने भगवा नहीं सफ़ेद चादर अपनी देह पर रखी है। जिसे यह लड़की बारंबार हटाती रहती है। चिन्मयानंद की नंगी देह आदि दिखाने के लिए। लेकिन योगी जी , धीरे-धीरे नहीं , जल्दी-जल्दी ! नहीं आप के शासक की आबरू लुटने वाली है। यह चिन्मयानंद दाग नहीं , कोढ़ और कलंक बन कर उपस्थित है। आप के राज-काज पर गहरा दाग़ बन कर उपस्थित है। होगा आप का भगवा दोस्त , फ़िलहाल आप को डस रहा है। सो बहुत हो गया , अब डोंट देरी। चिन्मयानंद देह से नहीं , दिमाग से बीमार है। मानसिक रुप से बीमार है। उस की जगह अस्पताल या आश्रम में नहीं , जेल में है। लाईक आशाराम !

(वरिष्ठ पत्रकार दयानंद पांडेय के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)