ममता बनर्जी की मोदी और शाह से मुलाकात, ये है इनसाइड स्टोरी, ‘दीदी को सता रहा डर’

कैलाश विजयवर्गीय ने मोदी और शाह से ममता बनर्जी की मुलाकात की दो तस्वीरें पोस्ट की है, साथ ही लिखा है, मोदी और शाह से ममता की मुलाकात का क्या अर्थ निकाला जाए।

New Delhi, Sep 20 : पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव के दौरान आक्रामक मूड में थी, वो बीजेपी, मोदी और अमित शाह पर जमकर हमले कर रही थी, लेकिन लगता है कि दीदी ने अब अपनी रणनीति में बदलाव कर लिया है, उन्होने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है, इस मुलाकात के बाद कयास लगाये जा रहे हैं कि क्या मोदी और शाह की मुखर आलोचक रही ममता बनर्जी के रुख में क्यों नरमी आई है, बीजेपी महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विटर पर लिखा है, अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे।

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क्या किया जा रहा दावा
कैलाश विजयवर्गीय ने मोदी और शाह से ममता बनर्जी की मुलाकात की दो तस्वीरें पोस्ट की है, साथ ही लिखा है, मोदी और शाह से ममता की मुलाकात का क्या अर्थ निकाला जाए, कुछ दिन पहले बीजेपी महासचिव ने कहा था कि ममता बनर्जी की पीएम मोदी से मुलाकात कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार को बचाने की आखिरी कोशिश है, सीएम की दिल्ली यात्रा ऐसे समय में हुई है, जब सीबीआई शारदा चिटफंड घोटाले के सिलसिले में राजीव कुमार को तलाश रही है, राजीव कुमार सीएम के करीबी माने जाते हैं।

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ममता बनर्जी ने क्या कहा
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम और गृह मंत्री से मुलाकात एक संवैधानिक दायित्व है, इसके अलावा हमारे पास बांग्लादेश और भूटान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा को लेकर मुद्दे हैं, बिहार-झारखंड के साथ राज्य की लगती सीमा को लेकर भी मुद्दे हैं, पूर्वोत्तर के राज्यों को शेष देश से जोड़ने वाले संकरे गलियारे का संवेदनशील मुद्दा भी है, इसीलिये उस परिपेक्ष्य में होम मिनिस्टर के साथ बैठक आवश्यक है।

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दोबारा पीएम बनने के बाद पहली मुलाकात
बुधवार को ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से मुलाकात की, दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद सीएम ममता बनर्जी की ये उनसे पहली मुलाकात थी, उन्होने मोदी के शपथ ग्रहण समारोह और नीति आयोग की बैठक से भी दूरी बनाये रखी, उनकी पीएम मोदी से आखिरी मुलाकात मई 2018 में हुई थी, ममता दीदी ने कहा कि ये सरकार की सरकार से मुलाकात थी, जिसमें कुछ भी राजनीतिक नहीं था।