21 अक्‍टूबर को चुनाव, जानें महाराष्‍ट्र – हरियाणा में कौन कितना पानी में ? किसका बिगड़ेगा खेल?

दिसंबर 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जो हुआ वो भी किसी से छुपा नहीं, इसलिए बीजेपी का अति आत्‍मविश्‍वास भी यहां दगा दे सकता है । हालांकि महाराष्‍ट्र और हरियाणा की स्थिति अलग मानी जाती है ।

New Delhi, Sep 21: हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुनावों की तारीख का ऐलान हो गया है अब सवाल ये कि दोनों ही राज्‍यों में कौन से राजनीतिक दल मजबूत स्थिति में नजर आ रहे हैं । कौन पार्टी कितने पानी में? और सवाल ये भी कि क्या बीजेपी सिर्फ मोदी लहर के भरोसे है? दोनों ही राज्यों में बीजेपी का मुकाबला कांग्रेस से है, सत्‍ता से बाहर कांग्रेस कड़ी टक्‍कर देने की तैयारी कर चुकी है, ऐसे में निर्णायक मुकाबला रोमांचक रहने के आसार हैं ।

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मौजूदा मुख्‍यमंत्री ही होंगे बीजेपी का चेहरा
ये तो तय है कि हरियाणा और महाराष्‍ट्र दोनों ही राज्‍यों में मुख्‍यमंत्री दमदार तरीके से पसंद किए गए हैं, इसी को देखते हुए ये दोनों ही अपने-अपने राज्‍यों में पार्टी का मुख्‍य चेहरा होंगे । दोनों ही सीएम अपने राज्‍यों में चुनावी यात्राएं पूरी कर चुके हैं । 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्‍यों ने बीजेपी को दिल खोलकर वोट दिए लेकिन क्‍या यही स्थिति विधानसभा में भी नजर आने वाली हैं ।

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हरियाणा में कांग्रेस में सिर फुटव्‍वल
राजनीति के जानकारों के मुताबिक हरियाणा और महाराष्ट्र दोनों ही राज्‍य पूर्व में कांग्रेस शासित रहे हैं, ऐसा नहीं है कि कांग्रेस जनता की नब्‍ज नहीं समझती लेकिन पिछले सालों में बीजेपी यहां सेंध लगाने में कामयाब रही । कांग्रेस के गढ़ प्रदेश भी उसके हाथ से छूटते चले गए । दोनों ही राज्‍यों में बीजेपी और कांग्रेस का सीधा मुकाबला, महाराष्‍ट्र में जहां कांग्रेस एनसीपी के साथ गठबंधन में है वहीं हरियाणा में कांग्रेस के हालात पेचीदा हैं । अंदरूनी सिथति ही अब तक साफ नहीं हुई है ।

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2014 के चुनाव में बीजेपी रही मजबूत
दोनों ही राज्यों में विधानसभा की कुल 378 सीटें हैं, जिनमें से कुल 183 पर बीजेपी विधायकों ने जीत का परचम लहराया । जबकि कांग्रेस सिर्फ 51 सीटें ही जीत पाई । दोनों ही राज्यों में जनता को पीएम नरेंद्र मोदी पर भरोसा है, जिसके परिणाम लोकसभा चुनाव में साफ देखने को मिले । लेकिन दिसंबर 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जो हुआ वो भी किसी से छुपा नहीं, इसलिए बीजेपी का अति आत्‍मविश्‍वास भी यहां दगा दे सकता है । हालांकि महाराष्‍ट्र और हरियाणा की स्थिति अलग मानी जाती है ।

ये हैं सियासी समीकरण
महाराष्‍ट्र में अभी बीजेपी-शिवसेना की सरकार है । कुल 288 सीटों में 135 बीजेपी, शिवसेना के पास 75, कांग्रेस के पास 34 और एनसीपी के पास 31 सीट हैं । लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 23 और शिवसेना ने 18 सीटें जीतीं, लेकिन विधानसभा की सीटें शिवसेना बीजेपी के साथ बराबर-बराबर हिस्सेदारी पर लड़ना चाहती है, यही वजह है कि गठबंधन को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया है । जबकि हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटों में से 2014 में 47 सीटें जीतीं, और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई । जींद उप चुनाव भी जीता और कुल 48 विधानसभा सीटों को अपने नाम किया । लेकिन पिछले दिनों सोशल मीडिया पर खट्टर का गुस्‍से वाला वीडियो भी खूब दिख, अब इसे लेकर जनता उनसे कुछ खफा जरूर है । बीजेपी इस बार हरियाणा में 75 सीटें लाने का सपना देख रही है ।