कैप्टन अमरिंदर सिंह का बड़ा ऐलान, सिद्धू के मंसूबों पर फिरा पानी
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 2017 विधानसभा चुनाव से पहले घोषणा की थी कि ये उनकी आखिरी राजनीतिक लड़ाई है, इसके बाद वो राजनीतिक संन्यास ले लेंगे।
New Delhi, Sep 25 : कांग्रेस के कद्दावर नेता और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपना इरादा बदल लिया है, उन्होने मंगलवार को कहा कि वो तब तक राजनीति नहीं छोड़ेंगे, जब तक पंजाब नंबर वन की स्थिति में वापस नहीं आ जाता, उन्होने कहा कि जरुरत पड़ने पर वो अपना विधानसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं, सीएम ने राज्य के लोगों की परेशानियों के लिये बीजेपी और अकाली दल के दस साल लंबे शासन को जिम्मेदार बताया।
राजनीति छोड़ने की नहीं सोच सकता
77 वर्षीय कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्विटर पर लिखा, जब तक पंजाब के लोगों को मेरी जरुरत है, तब तक मैं राजनीति छोड़ने की सोच नहीं सकता, मेरे लोगों ने अकाली दल के 10 सालों के शासन में बहुत कुछ झेला है, मेरा वादा है कि मैं उन काले सालों की यादों को मिटा दूंगा, राज्य को फिर से नंबर एक की स्थिति में लेकर आउंगा, अगर इसका मतलब अगला चुनाव लड़ना है, तो मैं लड़ सकता हूं।
आखिरी चुनाव
आपको बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 2017 विधानसभा चुनाव से पहले घोषणा की थी कि ये उनकी आखिरी राजनीतिक लड़ाई है, इसके बाद वो राजनीतिक संन्यास ले लेंगे, हालांकि 2018 में उन्होने कहा कि जब तक राज्य को अव्यवस्था से बाहर नहीं निकाल लेते, तब तक संन्यास नहीं लेंगे। 2017 में कैप्टन की अगुवाई में कांग्रेस ने दस साल बाद सत्ता में वापसी थी, इससे पहले वो 2002 से 2007 के बीच भी मुख्यमंत्री रहे हैं।
सिद्धू से मतभेद
पिछले कुछ दिनों से अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच मतभेद की खबरें भी सामने आती रही है, कैप्टन लगातार कांग्रेस हाईकमान पर उन पर कार्रवाई करने का दबाव बना रहे थे, जिससे नाराज सिद्धू ने कैप्टन मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया, इतना ही नहीं वो इन दिनों कांग्रेस में हाशिये पर पड़े हैं, सिद्धू सोच रहे थे कि 2022 में कैप्टन संन्यास ले लेंगे, जिसके बाद वो पंजाब कांग्रेस का चेहरा हो सकते हैं, लेकिन अब कैप्टन ने नये ऐलान से उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है।