लखनऊ कैंट से कटा अपर्णा यादव का टिकट, अखिलेश ने दूसरे प्रत्याशी को दिया मौका, अब ये लड़ेंगे
लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से 2017 में पर छोटे भाई की पत्नी अपर्णा यादव को टिकट देने वाले अखिलेश ने इस बार उनका टिकट दूसरे उम्मीदवार को थमा दिया है । अपर्ण पिछली बार यहां से हार गईं थीं ।
New Delhi, Sep 28: पहली बार राजनीतिक मैदान में उतरीं अपर्णा यादव ने साल 2017 में बीजेपी की रीता बहुगुणा के खिलाफ शुरुआत की थी । लखनफ कैंट के चुनाव में अपर्णा, बहुगुणा से हार गई थीं । अब इस सीट के लिए उपचुनाव होने जा रहे हैं, ऐसे में समाजवादी पार्टी ने मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को टिकट न देकर मेजर आशीष चतुर्वेदी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है । वहीं कानपुर की गोविंदनगर सीट से सम्राट विकास को चुनाव मैदान में उतारा है ।
अखिलेश ने काटा टिकट
शुक्रवार को पार्टी की ओर से इस बात की जानकारी दी गई । पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस बार अपर्णा का टिकट दूसरे उम्मीदवार को दे दिया है । आपको बता दें साल 2017 में लखनऊ कैंट सीट से अपर्णा ही सपा प्रत्याशी रही थीं । उस समय चुनाव में अपर्णा भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी से हार गई थीं । 2017 में पार्टी के संरक्षक नेताजी मुलायम सिंह यादव ने विधानसभा पार्टी के सिर्फ तीन प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार किया था । लखनऊ कैंट से अपर्णा यादव भी उनमें एक थीं । अपर्णा के लिए अखिलेश और डिंपल ने भी प्रचार किया था ।
रीता बहुगुणा जोशी ने छोड़ी सीट
वर्तमान में प्रयागराज से सांसद डॉ़ रीता बहुगुणा जोशी पहले प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थीं । लेकिन उनके सांसद बनने के लखनऊ कैंट सीट खाली हो गई । इस सीट से कांग्रेस और बसपा के प्रत्याशियों ने गुरुवार को अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है, जबकि भाजपा ने अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है । वहीं सपा ने उपचुनाव वाली 12 सीटों में से अभी तक पांच के लिए ही प्रत्याशी घोषित किया है ।
सपा के उम्मीदवार
समाजवादी पार्टी ने फिरोजाबाद के टूंडला विधानसभा से महराज सिंह धनगर, बलहा सीट से किरण भारती और सहारनपुर के गंगोह विधानसभा क्षेत्र से चौधरी इंद्रसेन को प्रत्याशी बनाया है । हालांकि अदालत में मामला विचाराधीन होने के कारण टूंडला में फिलहाल मतदान नहीं होना है । विधानसभा उपचुनाव में 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे, जिसके नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित होंगे ।