पाकिस्तान की यातना सहकर लौटा सेना के जवान ने छोड़ी नौकरी, लगा रहा ये आरोप

चंदू का जेसीओ के साथ ड्यूटी बंटवारे को लेकर कुछ कहासुनी हुई, जिसके बाद वो अपनी पोस्ट से गलती से एलओसी पार कर गया, पाकिस्तानी फौज ने चंदू को गिरफ्तार कर लिया।

New Delhi, Oct 06 : 2016 में गलती से पाक की सीमा में जाने वाले सेना के जवान चंदू चव्हाण ने भारतीय सेना छोड़ने का फैसला लिया है, उन्होने भारतीय सेना के अंदर खुद पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है, जिसकी वजह से उन्होने नौकरी छोड़ने का ऐलान किया है, चव्हाण ने कही कि जब से मैं पाकिस्तान से लौटा हूं, लगातार सेना के अधिकारी उत्पीड़न कर रहे हैं, मुझे संदिग्ध दृष्टि से देखा जा रहा है, इसलिये मैंने नौकरी छोड़ने का फैसला लिया है।

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इस्तीफा भेजा
चंदू चव्हाण ने कहा कि जब से मैं पाक से वापस आया हूं, लगातार सेना की ओर से उत्पीड़न किया जा रहा है, मुझे संदिग्ध नजर से देखा जा रहा है, इसी वजह से मैंने नौकरी छोड़ने का फैसला लिया है, उनके करीबी सूत्रों का दावा है कि उन्होने अहमदनगर स्थित सैन्य टुकड़ी के कमांडर को अपना इस्तीफा भेज दिया है, चव्हाण को पाकिस्तानी रेंजर्स ने करीब 4 महीने तक अपने कब्जे में रखा और बेरहमी से पीटा तथा कई यातनाएं दी, फिर मरणासन्न स्थिति में भारत को सौंपा था।

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पाक चला गया था
दरअसल चंदू का जेसीओ के साथ ड्यूटी बंटवारे को लेकर कुछ कहासुनी हुई, जिसके बाद वो अपनी पोस्ट से गलती से एलओसी पार कर गया, पाकिस्तानी फौज ने चंदू को गिरफ्तार कर लिया, 7 अक्टूबर 2016 को पाक ने डीजीएमओ से बातचीत में स्वीकार किया, कि चंदूलाल चव्हाण नाम का जवान पाक में मौजूद है, फिर 4 महीने बाद चंदू को अमृतसर वाघा बॉर्डर पर भारतीय सेना के हवाले कर दिया गया।

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दुर्घटना का शिकार
भारत लौटने के बाद पिछले महीने चंदू दुर्घटना का शिकार हो गया, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, चव्हाण के चेहरे और सिर में गहरी चोटें लगी थी, उसके 4 दांत भी टूट गये थे, ये हादसा सड़क पर बने गड्ढे की वजह से हुआ था, मोटरसाइकिल चलाते समय चंदू ने हेलमेट नहीं पहन रखा था, जिसकी वजह से उसे काफी चोट आई।