5 साल तक बेंच पर बैठा रहा ये विश्व विजेता बल्लेबाज, धोनी ने नहीं दिया मौका, अब लगा रहा रनों का अंबार

बाबा अपराजित आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के सदस्य रहे हैं, हालांकि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।

New Delhi, Oct 11 : युवा बल्लेबाज बाबा अपराजित के हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर तमिलनाडु ने रेलवे को 8 विकेट से हराकर विजय हजारे ट्रॉफी में लगातार सातवीं जीत दर्ज की, अपराजित ने 124 गेंदों में 7 चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 111 रनों की पारी खेली, इससे पहले उन्होने 30 रन देकर चार विकेट भी अपने नाम किये, रेलवे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 9 विकेट पर 200 रन बनाये, जवाब में तमिलनाडु की टीम ने 44.1 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया, तमिलनाडु की टीम के 28 अंक हो गये हैं, उनका नॉकआउट चरण में प्रवेश तय है।

Advertisement

पहले बाबा की फिरकी ने उलझाया
रेलवे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मनीष राव (55 रन) और प्रथम सिंह का जूझारु पारियों के बूते 9 विकेट पर 200 रन बना सकी, दोनों बल्लेबाजों के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका, दोनों से दूसरे विकेट के लिये 50 रन जोड़े, मुरुगन अश्विन ने इस जोड़ी को तोड़ा, जिसके बाद बाबा अपराजित की फिरकी ने ऐसा जलवा बिखेरा, कि रेलवे के बल्लेबाज उसमें उलझ गये, एक समय 34.5 ओवर में रेलवे का स्कोर 2 विकेट पर 138 रन था, लेकिन अगले 12 ओवर में 62 रन पर ही 8 विकेट खो दिये।

Advertisement

शंकर के साथ मैच जिताऊ पारी
जवाब में तमिलनाडु की शुरुआत भी कुछ खास नहीं रही, सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (6 रन) और अभिनव मुकुंद (11 रन) जल्दी पवेलियन लौट गये, जिसके बाद बाबा अपराजित के साथ विजय शंकर (72 रन) ने मोर्चा संभाला, दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 186 रनों की साझेदारी की, विजय शंकर ने बाबा अपराजित का भरपूर साथ दिया।

Advertisement

अंडर-19 विश्वकप जीता
साल 2012 में अंडर 19 विश्वकप जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा रहे बाबा अपराजित ने विजय हजारे ट्रॉफी में जबरदस्त प्रदर्शन किया है, वो रन बनाने के मामले में अभी तक सबसे आगे हैं, उन्होने 7 मैचों में 109.75 के औसत से 439 रन बनाये हैं, जिसमें एक शतक और 4 अर्धशतक शामिल है।

5 साल धोनी ने बेंच पर बैठाकर रखा
बाबा अपराजित आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के सदस्य रहे हैं, हालांकि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला, 2018 की नीलामी में उन्हें किसी भी फ्रेंचाइजी ने नहीं खरीदा, वो 5 साल तक धोनी की कप्तानी वाली आईपीएल टीमों (चेन्नई सुपरकिंग्स और राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स) का हिस्सा रहे, लेकिन एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला।