दिल्ली कांग्रेस को आज मिल सकता है नया अध्यक्ष, इस पूर्व क्रिकेटर पर बड़ा दांव लगाने की तैयारी

चाको ने कहा कि गुरुवार की बैठक में कुछ नामों पर चर्चा हुई, पुराने नेताओं के साथ नये चेहरों पर भी विचार किया गया, शुक्रवार को एक बार फिर सोनिया गांधी के साथ बैठक होगी।

New Delhi, Oct 11 : अगले साल शुरुआत में ही दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं, सीएम केजरीवाल एक के बाद एक घोषणाएं कर रहे हैं, तो बीजेपी भी सत्ता में लौटने की कोशिश कर रही है, इन सबके बीच कांग्रेस नेतृत्व भी दिल्ली में फिर से सत्ता में लौटने के लिये पूर्वांचली चेहरे पर दांव लगाने की तैयारी कर रही है, कहा जा रहा है कि दिल्ली कांग्रेस की कमान पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद को देने की तैयारी है, सूत्र का दावा है कि आजाद के नाम पर मुहर लगना लगभग तय है, शुक्रवार को इसकी घोषणा की जा सकती है।

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चाको ने सोनिया गांधी से मुलाकात की
गुरुवार को दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की, कहा जा रहा है कि नये प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कई नामों पर चर्चा हुई, कीर्ति के अलावा सीएम सीएम के बेटे संदीप दीक्षित और जय प्रकाश अग्रवाल भी इस रेस में हैं, इनके अलावा सिद्धू के नाम पर भी विचार किया गया, हालांकि कीर्ति आजाद के नाम पर मुहर लगना तय माना जा रहा है।

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पूर्वांचल सियासत
दिल्ली में जिस तरह से इन दिनों पूर्वांचली सियासत गरमाई हुई है, उसे देखते हुए कीर्ति आजाद के नाम पर सहमति बनी है, बिहार से ताल्लुक रखने वाले पूर्व क्रिकेटर दिल्ली की राजनीति में भी जाना-पहचाना नाम हैं, विपक्षी दलों पर उनका आक्रमण धारदार रहता है, इसके साथ ही उनकी पत्नी भी दिल्ली की सियासत में सक्रिय हैं।

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अभी तक संदेश नहीं
चाको ने कहा कि गुरुवार की बैठक में कुछ नामों पर चर्चा हुई, पुराने नेताओं के साथ नये चेहरों पर भी विचार किया गया, शुक्रवार को एक बार फिर सोनिया गांधी के साथ बैठक होगी, इस मामले पर चर्चा जारी है, दूसरी ओर पटना में मौजूद पूर्व क्रिकेटर ने बताया कि अभी तक उनके पास कांग्रेस हाईकमान की ओर से कोई संदेश नहीं आया है, अगर पार्टी जिम्मेदारी देती है, तो वो निभाने के लिये तैयार हैं।

शीला दीक्षित के निधन के बाद पद खाली
पूर्व सीएम और तत्कालीन दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित का इसी साल जुलाई में निधन हो गया, जिसके बाद बीते तीन महीने से नया अध्यक्ष ना मिलने से दिल्ली विधानसभा की तैयारियों पर असर पड़ रहा है, दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मानते हैं कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस आप से आगे थी, लेकिन शीला जी के गुजर जाने के बाद विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर असर पड़ रहा है।