10 हजार रुपये से 26 वर्षीय इंजीनियर ने शुरु किया ये कारोबार, अब लाखों में कर रहे कमाई

जुबैर ने नौकरी छोड़ दी, एक उद्यमी बनने के लिये दृढ थे, ये उनके लिये एक बड़ा फैसला था, क्योंकि आर्थिक रुप से भी वो मजबूत नहीं थे, 2015 में उन्होने अपने घर में फैशन फैक्टरी शुरु करने के लिये सिर्फ 10 हजार का निवेश किया।

New Delhi, Oct 14 : ये सफलता की कहानी है तमिलनाडु के जुबैर रहमान की, जो 5 साल पहले 2014 में तिरुपुर में सीसीटीवी ऑपरेटर के रुप में काम करते थे, दरअसल कॉलेज से निकलने के बाद 21 वर्षीय इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर लोगों के ऑफिसों में जाकर उनके परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाता था, हालांकि उनका दिल तो कहीं और था, जुबैर अपना व्यवसाय शुरु करना चाहता था, हालांकि ये स्पष्ट नहीं था कि उन्हें किस क्षेत्र में उद्यम करना है। एक दिन अचानक उनके दिमाग में आइडिया आया, जब उन्हें एक ई-कॉमर्स कंपनी के ऑफिस में सीसीटीवी लगाने की रिक्वेस्ट मिली।

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जुबैर को आइडिया पसंद आया
जुबैर ने नौकरी छोड़ दी, एक उद्यमी बनने के लिये दृढ थे, ये उनके लिये एक बड़ा फैसला था, क्योंकि आर्थिक रुप से भी वो मजबूत नहीं थे, 2015 में उन्होने अपने घर में फैशन फैक्टरी शुरु करने के लिये सिर्फ 10 हजार का निवेश किया, शुरुआती दिनों में उन्होने फ्लिपकार्ट और अमेजॉन पर अपने कपड़े लिस्टेड करना शुरु किया, उन्हें रोजाना एक या दो ऑर्डर मिल रहे थे, लेकिन फिर रफ्तार बढी, जुबैर ने महसूस किया कि उनकी 5 या 6 यूनिट्स के कॉम्बो पैक बच्चों के कपड़े लोगों का ज्यादा ध्यान खींच रहे थे, जुबैर ने बताया कि शुरुआती दिनों में प्रत्येक बिक्री पर उन्होने जो मार्जिन पाया, वो अपेक्षाकृत कम था।

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ज्यादा मुनाफा
ऑर्डर की संख्या बढने पर जुबैर ने तय किया, कि वो ज्यादा मुनाफा कमाने के लिये बड़े संस्करणों पर ध्यान केन्द्रित करेंगे, जुबैर अपने साथी निर्माताओं के पास गये और उनसे अपनी इनवेंट्री में और ज्यादा उत्पादों को जोड़ने की मांग की, जैसे-जैसे ऑडरों की संख्या बढती गई, उन्होने अपने होम सेटअप के बाहर जाकर एक विनिर्माण ईकाई शुरु की, जिसमें उन्होने 30 हजार का निवेश किया, ना केवल बच्चों के कपड़े बल्कि ब्वॉयज टी-शर्ट, पजामा, ट्रैक पैंट इत्यादि बनाने के लिये स्थानीय कपड़ों का इस्तेमाल करने लगे।

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ज्यादा ऑर्डर
नंबरों का खेल जुबैर की रणनीति ने इतनी अच्छी तरह से काम किया, कि द फैशन फैक्टरी को अब रोजाना दो सौ से तीन सौ ऑर्डर मिलते हैं, वो दावा करते हैं कि इन ऑर्डर को पूरा करने के बाद जुबैर की कंपनी हर महीने करीब 50 लाख का टर्नओवर करती है। जुबैर के अनुसार उनकी कंपनी सलाना 6.5 करोड़ का राजस्व कमाती है, अगले एक साल में इसे 12 करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है।

बिना अनुभव चलाना मुश्किल
ऑनलाइन सेलिंग अभी ट्रेंड कर रही है, बहुत सारे लोग एक समान मॉडल को फॉलो कर रहे हैं, क्योंकि कपड़ा निर्माता कंपनी ऑनलाइन बेचने का तरीका नहीं जानते, हालांकि जुबैर का कहना है कि इस प्रतिस्पर्धा नें उन्हें बढत हासिल है, उनके मुताबिक एक समान व्यवसाय शुरु करना आसान है, लेकिन उसे बिना अनुभव चलाना मुश्किल है।