निर्भया केस- अजीत अंजुम के खुलासे के बाद चित्रा त्रिपाठी ने उठाये सवाल, तो दूसरे पत्रकार ने दिया करारा जवाब

चित्रा त्रिपाठी ने उनके ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा, आपसे एक सवाल है, जब आपने खुद निर्णय लेकर प्रोग्राम नहीं दिखाने का फैसला लिया, तो अब ट्वीट कर क्या बताना चाहते हैं।

New Delhi, Oct 15 : टीवी-9 भारतवर्ष से अलग होने के बाद वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम सोशल मीडिया पर ज्यादा समय देने लगे हैं, पिछले दिनों उन्होने ट्विटर पर ऐसी खबर ब्रेक की, कि हंगामा मच गया, कम से कम उन लोगों के लिये ये बड़ी खबर थी, जिन्हें इस बारे में मालूम नही था, उन्होने बताया था कि निर्भया के प्रेमी अवनींद्र पैसे लेकर न्यूज चैनलों पर उनका किस्सा बताते थे, अजीत अंजुम के इस खुलासे के बाद कुछ लोगों ने उनकी तारीफ की, तो कुछ सवाल भी उठा रहे हैं।

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क्या है मामला
मामला निर्भया केस से जुड़ा है, निर्भया के साथ वारदात के समय उसका जो दोस्त था, वो न्यूज चैनल्स पर बैठने के लिये पैसे मांगता था, वो इस घटना का इकलौता चश्मदीद था, ऐसे में अजीत अंजुम ने लड़के को पैसे का लालच देकर न्यूज-24 स्टूडियो बुलाया, पैसे देते हुए उसका स्टिंग ऑपरेशन किया, फिर एक शो रिकॉर्ड करते हुए उसे एक्सपोज किया, हालांकि इस शो को अजीत ने ऑन एयर नहीं किया।

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इसके पीछे तर्क
शो को ऑन एयर नहीं करने के पीछे न्यूज-24 के तत्कालीन प्रबंध संपादक ने ये तर्क किया कि इससे आरोपितों के वकील को मौका मिल सकता था, वो इसका गलत इस्तेमाल कर सकते थे, अब अजीत अंजुम से लगातार सवाल पूछे जा रहे हैं, एक यूजर ने लिखा, कि निर्भया की कहानी को पैसे कमाने का जरिया हर चैनल ने बनाया, ना सिर्फ निर्भया बल्कि हर मामले का दोहन करने का इतिहास रहा है, अब गड़े मुर्दे उखाड़ने का क्या फायदा, किसे पता कि दो लोगों के बीच क्या बात हुई और क्या नहीं। इस पर अजीत ने जवाब दिया कि मैडम ये दो लोगों के बीच की बात नहीं है, न्यूजरुम में सौ से ज्यादा लोगों की मौजूदगी में सबकुछ हुआ, जो भी हुआ वो कैमरे में कैद है। लड़के का माफी मांगना फिर उसके बैग से ऑन एयर ही पैसे निकालना, फिर उसका मामा स्टूडियो से अपने भांजे को जिम्मेदार ठहराकर ऑनएयर ही भागा, सब टेप है, बाकी आप नहीं समझेंगी।

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चित्रा त्रिपाठी का ट्वीट
आजतक न्यूज चैनल की एंकर और अजीत अंजुम के साथ न्यूज-24 में काम कर चुकी चित्रा त्रिपाठी ने उनके ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा, आपसे एक सवाल है, जब आपने खुद निर्णय लेकर प्रोग्राम नहीं दिखाने का फैसला लिया, तो अब ट्वीट कर क्या बताना चाहते हैं, अजीत जी सच ये है कि उसके दोस्त की हकीकत उसी समय सामने आनी चाहिये थी, सच को छिपा लेने की गलती को इस आधार पर जायज कैसे ठहराया जा सकता है, कि केस प्रभावित होगा।

पत्रकार का जवाब
हालांकि चित्रा के सवाल पर अजीत अंजुम ने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन एबीपी न्यूज के एक पत्रकार उत्कर्ष ने इस पर लिखा, एक संपादक और न्यूज एंकर के बीच का फर्क, चित्रा ने रिप्लाई करते हुए लिखा, अच्छा हुआ तुमने संपादक और एंकर के बीच का फर्क बता दिया, मुझे तो पता ही नहीं था (खबर की गोपनीयता का पालन अगर संपादक रहते हुए कर रहे हैं, तो उस कुर्सी से हटने के बाद भी हमारी यही जिम्मेदारी है) एक गलत लड़के को बचाने की आपने भूल की है, हमने निर्भया को पूरा इंसाफ नहीं दिया, हालांकि अजीत अंजुम ने इस मुद्दे पर चुप्पी बरतना ही बेहतर समझा है।