कलियुग के ‘श्रवण कुमार’ का Video देख इमोशनल हुए आनंद महिंद्रा, इतना बड़ा ईनाम देने का ऐलान

मैसूर के रहने वाले एक शख्‍स की सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हो रही है । उन्‍हें कलयुग का श्रवण कुमार बुलाया जा रहा है । पूरी खबर जानने के लिए आगे पढ़ें ।

New Delhi, Oct 24: मैसूर में एक मां-बेटे की कहानी पर लोग खूब प्‍यार बरसा रहे हैं । वजह जानकर आप भी इमोशनल हुए बिना नहीं रह पाएंगे । डी. कृष्‍ण कुमार अपनी 70 साल की मां को लेकर तीर्थ यात्रा पर निकलें हैं, मां को वो जगहें दिखा रहे हैं जिन्‍हें देखने की तमन्‍ना उनके दिल में सालों से थी । लेकिन हाउस वाइफ होने के कारण वो कभी घर से बाहर कदम ही नहीं रख सकीं । कृष्‍ण कुमार का ये वीडियो वायरल होने के बाद उन्‍हें उद्योगपति आनंद महिंद्रा की ओर से एक तोहफे का भी ऐलान किया गया है ।

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कलियुग के ‘श्रवण कुमार’
एक श्रवण कुमार वो थे जिन्‍होने अपने अंधे माता-पिता को टोकरे में बैठाकर, उन्‍हें कंधे पर उठाक र तीर्थ यात्रा करवाई थी और एक श्रवण कुमार डी कृष्‍ण कुमार हैं जो अपनी नौकरी छोड़, अपने 20 साल पुराने स्‍कूटर पर मां को बिठाए निकल पड़े हैं । कृष्‍ण कुमार अब तक स्‍कूटर से ही 48,100 किमी की यात्रा कर चुके हैं ।

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आनंद महिंद्रा गिरफ्ट करेंगे कार
ट्विटर पर जब एक शख्‍स ने कृष्‍ण कुमार का मां को घुमाने का ये वीडियो शेयर किया तो वो महशूर उद्योगपति आनंद महिंद्रा को भी भावुक कर गया । उन्‍होंने ना सिर्फ इसे शेयर किया, बल्‍क‍ि एक घोषणा भी कर दी। दरअसल डी. कृष्‍ण कुमार और उनकी मां की इस कहानी से सजे विडियो को ट्विटर पर मनोज कुमार ने शेयर किया था। मनोज, नंदी फाउंडेशन के सीईओ भी हैं। आनंद महिंद्रा ने जब ये ट्वीट देखा तो उन्‍होने लिखा ‘मां और देश के लिए प्‍यार की एक खूबसूरत कहानी… मनोज इसे शेयर करने के लिए शुक्रिया। यदि आप इनसे संपर्क कर सकें, तो मैं उन्‍हें खुद एक महिंद्रा KUV100 NXT गिफ्ट करना चाहूंगा। ताकि वह अपनी अगली यात्रा में मां को कार से ले जा सकें।’

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मां के लिए कुछ भी करने को तैयार है कृष्‍ण
बताया जाता है कि डी. कृष्‍ण कुमार ने अपनी नौकरी भी छोड़ दी है । उन्‍होने मां के साथ ये यात्रा जनवरी में शुरू की थी । ‘न्‍यू इंडियन एक्‍सप्रेस’ से बातचीत में उन्‍होंने कहा, ‘एक जॉइंट फैमिली होने के कारण मेरी मां की भूमिका, पिता के निधन तक रसोई में सीमित होकर रह गई थी। मैंने तय किया कि मेरी मां अपने बेटे के साथ अच्‍छा समय बिताने और गरिमापूर्ण जीवन जीने की हकदार है।’  मां-बेटे ने देश के कई तीर्थस्‍थलों की यात्रा की है ।