सरकार बनवाने में मोदी के इस युवा मंत्री ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका, एक मीटिंग और बन गई बात

दुष्यंत चौटाला को कांग्रेस और बीजेपी दोनों ओर से ऑफर मिल रहे थे, जिसके बाद अनुराग ठाकुर ने दिल्ली में दुष्यंत के आवास पर जाकर मुलाकात की।

New Delhi, Oct 26 : हरियाणा में एक बार फिर से बीजेपी सरकार बनने जा रही है, इस बार जननायक जनता पार्टी भी सरकार में शामिल होगी, जादूई आंकड़े से 6 विधायक पीछे रह गई बीजेपी ने शुक्रवार शाम को इस बात का ऐलान कर दिया, जेजेपी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला, अमित शाह और मनोहर लाल खट्टर ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस बात का ऐलान किया, कहा जा रहा है कि दुष्यंत चौटाला को अपने खेमे में लाने में वित्त राज्य मंत्री और युवा नेता अनुराग ठाकुर ने भी बड़ी भूमिका निभाई।

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अनुराग ठाकुर की बड़ी भूमिका
दुष्यंत चौटाला को कांग्रेस और बीजेपी दोनों ओर से ऑफर मिल रहे थे, जिसके बाद अनुराग ठाकुर ने दिल्ली में दुष्यंत के आवास पर जाकर मुलाकात की, फिर उन्हें अपने साथ लेकर अमित शाह के आवास पहुंचे, दरअसल हिमाचल से सांसद और केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का दिल्ली में 18 जनपथ पर आवास है, वहीं पड़ोस में दुष्यंत चौटाला भी रहते हैं, दोनों के बीच अच्छी दोस्ती भी है।

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बादल और अनुराग के जरिये बात
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुरुवार को नतीजे घोषित होने के बाद अनुराग ठाकुर और प्रकाश सिंह बादल के जरिये बीजेपी ने दुष्यंत चौटाला से बात की, दुष्यंत ने एक दिन का समय मांगा, फिर पिता अजय चौटाला और विधायकों से बात करने के बाद अमित शाह के आवास पर पहुंचे, सीएम बीजेपी का और डिप्टी सीएम जेजेपी का होगा, शुक्रवार देर शाम प्रेस कांफ्रेंस कर इस बात का ऐलान कर दिया गया।

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गठबंधन का खुला विकल्प
नतीजे घोषित होने के बाद दुष्यंत किंगमेकर बताये जा रहे थे, जेजेपी अध्यक्ष ने गठबंधन का खुला विकल्प रखा था, उन्होने कहा था कि कांग्रेस के साथ जाना है या बीजेपी को सपोर्ट करना है, या फिर विपक्ष में बैठना है, ये फैसला विधायकों से पूछ कर लिया जाएगा। हरियाणा में सरकार बनाने की चाबी जेजेपी के पास है, उन्होने ये भी कहा था कि हमारे लिये ना तो कांग्रेस और ना ही बीजेपी अछूत है, हम उसी दल का समर्थन करेंगे, जो हमारे एजेंडे को लागू करने पर सहमति देगा।

गोपाल कांडा का बीजेपी में विरोध
इससे पहले हरियाणा लोकहित पार्टी के अध्यक्ष और नवनिर्वाचित सिरसा विधायक तथा 6 निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी सरकार को शुक्रवार सुबह समर्थन देने का ऐलान किया था, लेकिन कांडा के विवादित होने की वजह से बीजेपी के अंदर से ही उनके खिलाफ आवाज उठने लगी, इसी वजह से बीजेपी ने दुष्यंत का साथ लेना बेहतर समझा।